भोपाल: देश का दिल भोपाल, राष्ट्र से कभी पृथक नहीं हो सकता। जिसने भी इसकी कल्पना की थी, वे भारत की राष्ट्रीय एकता और अखण्डता को पहचानने में सबसे बड़ी भूल कर रहे थे। जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने भोपाल स्वातंत्र्य आंदोलन स्मारक समिति द्वारा स्वराज भवन में आयोजित भोपाल विलीनीकरण दिवस के समारोह में यह बात कही।
श्री शर्मा ने एक जून 1949 को भोपाल को अखंड भारत में विलय कराने के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने समिति द्वारा भोपाल के विलीनीकरण के लिए चलाए गए आंदोलन को रेखांकित करने वाली प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।