मुंबई : 2011 विश्व कप के हीरो रहे युवराज सिंह आज अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है. इस दौरान अपने भाषण में युवराज सिंह ने कहा कि मैंने जिंदगी में कभी हार नहीं मानी. युवराज ने आज दोपहर मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपने संन्यास का एलान किया है. युवराज ने अपना आखिरी मैच वेस्ट इंडीज के खिलाफ 30 जून 2017 में खेला था.
बता दें कि युवराज सिंह भारत के लिए अबतक 40 टेस्ट, 308 वनडे और 58 टी-20 मैच खेल चुके हैं. टेस्ट क्रिकेट में 33.92 की औसत से युवराज ने 1900 रन बनाए हैं. वहीं वनडे फॉर्मेट में युवराज के नाम 8701 रन दर्ज हैं. टी-20 क्रिकेट में युवराज सिंह ने 1177 रन बनाए हैं.
2011 वर्ल्ड कप में युवराज ने 90.50 के औसत से 362 रन बनाए और 15 विकेट लिए थे. युवराज ने 2007 टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में 6 छक्के लगाए थे. वे उस वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुने गए थे।
Yuvraj Singh: After 25 years in and around the 22 yards and almost 17 years of international cricket on and off, I have decided to move on. This game taught me how to fight, how to fall, to dust off, to get up again and move forward pic.twitter.com/NI2hO08NfM
— ANI (@ANI) June 10, 2019
2011 विश्व कप के दौरान युवराज कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। हालांकि, उन्होंने किसी को इस बात का पता नहीं चलने दिया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल से पहले डॉक्टरों ने युवराज को नहीं खेलने की सलाह दी थी, लेकिन वे युवराज न सिर्फ मैदान में उतरे, बल्कि भारत की जीत के हीरो भी रहे। उन्होंने उस मैच में 57 रन की पारी खेली थी।
युवराज इस साल आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से खेले, लेकिन उन्हें अधिक मौके नहीं मिले. युवी ने इस साल आईपीएल में मुंबई इंडियंस की तरफ से 4 मैचों में कुल 98 रन बनाए. इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर 53 रन रहा.
वर्ल्ड कप जीतना मेरे लिए सपने की तरह था : युवराज
संन्यास का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा, मैं बचपन से ही अपने पिता के नक्शेकदम पर चला और देश से खेलने के लिए उनके सपने का पीछा किया। मेरे फैन्स जिन्होंने हमेशा मेरा समर्थन किया, मैं उनका शुक्रिया अदा नहीं कर सकता। 2011 वर्ल्ड कप जीतना, मैन ऑफ द सीरीज मिलना सपने की तरह था। इसके बाद मुझे कैंसर हो गया। यह आसमान से जमीन पर आने जैसा था। उस वक्त मेरा परिवार, मेरे फैन्स मेरे साथ थे।
कभी सोचा नहीं था कि देश के लिए खेलूंगा
उन्होंने कहा, एक क्रिकेटर के तौर पर सफर शुरू करते वक्त मैंने सोचा नहीं था कि कभी भारत के लिए खेलूंगा। लाहौर में 2004 में मैने पहला शतक लगाया था। टी-20 वर्ल्ड में 6 गेंदों में 6 छक्के लगाना भी यादगार था। 2014 में टी-20 फाइनल मेरे जीवन का सबसे खराब मैच था। तब मैंने सोच लिया था कि मेरा क्रिकेट करियर खत्म हो गया है। तब मैं थोड़ा रुका और सोचा कि क्रिकेट खेलना शुरू क्यों किया था।
कभी खुद पर भरोसा नहीं खोया
मैंने हमेशा खुद पर भरोसा रखा। कोई मायने नहीं रखता कि दुनिया क्या कहती है। मैंने सौरव की कप्तानी में करियर शुरू किया था। सचिन, राहुल, अनिल, श्रीनाथ जैसे लीजेंड के साथ खेला। जहीर, वीरू, गौतम, भज्जी जैसे मैच विनर्स के साथ खेला।
हमेशा सोचा हुआ नहीं होता
संन्यास के फैसले को लेकर पूछे गए सवाल पर युवराज ने कहा, ‘सफलता भी नहीं मिल रही थी और मौके भी नहीं मिल रहे थे। 2000 में करियर शुरू हुआ था और 19 साल हो गए थे। उलझन थी कि करियर कैसे खत्म करना है। सोचा कि पिछला टी-20 जो जीते हैं, उसके साथ खत्म करता तो अच्छा होता, लेकिन सबकुछ सोचा हुआ नहीं होता। जीवन में एक वक्त आता है कि वह तय कर लेता है कि अब जाना है।
युवराज आईसीसी से मान्यता प्राप्त विदेशी ट्वेंटी-20 लीग में फ्रीलांस कैरियर बनाना चाहते हैं. बीसीसीआई के सूत्रों के मुताबिक युवराज जल्द ही इंटरनेशनल और फर्स्ट क्लास से रिटायर हो सकते हैं. वहीं आनेवाले समय में वो GT20 (कनाडा), यूरो टी20 स्लैम (आयरलैंड) और हॉलैंड में टी20 लीग खेल सकते हैं क्योंकि उन्हें यहां से ऑफर आ चुके हैं.
12 दिसंबर 1981 को जन्मे युवराज सिंह ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच साल 30 अक्टूबर 2000 में केन्या के खिलाफ खेला था. वहीं उन्हें पहला अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच 16 अक्टूबर 2003 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था. युवराज ने आखिरी टेस्ट मैच पांच दिसंबर 2012 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला था.
युवराज सिंह क्रिकेट छोड़ने के बाद, अब बताया फ्यूचर प्लान
युवराज सिंह, टीम इंडिया का वो खिलाड़ी जिसने दो वर्ल्डकप (2007 T-20, 2011 WC) जिताए. आज उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. 19 साल का करियर आज खत्म हो गया है, ये कहते हुए युवराज मीडिया के सामने भावुक हो गए. इस दौरान उन्होंने अपने फैंस का शुक्रिया अदा किया, साथ भी ये भी बताया कि अब वह क्या करेंगे.
युवराज ने कहा कि अपनी जिंदगी का एक लंबा समय क्रिकेट के लिए देने के बाद अब मैंने आगे बढ़ने का फैसला कर लिया है. लेकिन अब मैंने आगे बढ़ने का फैसला किया है. उन्होंने बताया कि अब वह कैंसर मरीजों के लिए काम करेंगे, लोगों की मदद करेंगे.
सिक्सर किंग के नाम से मशहूर युवराज ने बताया कि वह अपनी फाउंडेशन You We Can के तहत देशभर में कैंसर पीड़ितों के लिए कैंप लगाएंगे, बीमार लोगों की मदद करेंगे फिर चाहे वह फंड को लेकर ही क्यों ना हो.
बता दें कि युवराज खुद कैंसर से लड़कर वापसी कर चुके हैं. 2011 वर्ल्डकप के बाद उनका कैंसर खुलकर सामने आया था, जिसके बाद उन्होंने करीब दो साल कैंसर से लड़ाई लड़ी. लेकिन बाद में वह टीम में वापसी आए. कैंसर से उबरने के बाद युवराज सिंह ने अपनी एक फाउंडेशन शुरू की थी You We Can जिसके तहत वह कैंसर पीड़ितों की मदद करते हैं.
युवराज सिंह ने अपने स्पीच में कई लोगों का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने टीम के खिलाड़ी, पूर्व कप्तान, बीसीसीआई, चयनकर्ता और अपनी मां शबनम सिंह को शुक्रिया किया. इसके अलावा युवराज ने अपने गुरुओं बाबा अजित सिंह और बाबा राम सिंह का भी शुक्रिया किया.
आपको बता दें कि युवराज पिछले काफी लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे, लगातार घरेलू क्रिकेट में रन बनाने के बाद भी वह टीम इंडिया में वापसी नहीं कर पाए. इसका जिक्र उन्होंने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी किया.
“After 25 years in cricket I’ve decided to move on. Cricket has given me everything I have. Thank you for being a part of this journey” : #YuvrajSingh pic.twitter.com/Ez8y49KlH2
— BCCI (@BCCI) June 10, 2019