बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को एईएस के पीड़ित बच्चों से मिलने के लिए मुजफ्फरपुर के एचकेएमसीएच अस्पताल पहुंचे। वे एसकेएमसीएच में बच्चों के इलाज आदि की व्यवस्था देखेंगे। वहीं, अब तक चमकी बुखार के 390 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 138 बच्चों की मौत हुई है।
Bihar Chief Minister Nitish Kumar arrives at SKMCH Hospital in Muzaffarpur, where 89 children have died due to Acute Encephalitis Syndrome (AES). pic.twitter.com/7HJ8sLoahl
— ANI (@ANI) June 18, 2019
हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की ओर से शाम में जारी रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को चार बच्चों की मौत हुई है। रिपोर्ट में अबतक 86 मौत की बात कही गई है। देर शाम एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. एसके शाही व सीएस डॉ. एसपी सिंह ने एईएस बुलेटिन जारी की। इसमें एसकेएमसीएच व केजरीवाल अस्पताल की रिपोर्ट को शामिल किया गया है।
सोमवार को दिल्ली से लौटते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भीषण गर्मी के कारण लू और एईएस से हो रही बच्चों की मौतों की स्थिति पर उच्चस्तरीय समीक्षा की। समीक्षा बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी मुख्य सचिव दीपक कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। मुख्य सचिव ने कहा कि एईएस से पीड़ित हुए सभी बच्चों के घर मंगलवार से ही टीम जाएगी।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि बच्चों के परिवार के आर्थिक और सामाजिक स्तर, उस क्षेत्र में गंदगी और कुपोषण की स्थिति, खुले में शौच से मुक्ति और पीने के लिए शुद्ध जल की स्थिति आदि का अध्ययन करेगी। बीमारी के कारणों का पता लगाने के लिए यह अध्ययन किया जाएगा, ताकि भविष्य में बचाव को लेकर एहतियाती कदम उठाये जाएं। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि मैं हमेशा कहता हूं कि खुले में शौच से मुक्ति और पीने के लिए शुद्ध जल मिल जाए तो ग्रामीण क्षेत्रों में 90 प्रतिशत बीमारियों से छुटकारा मिल जाएगा।