चेन्नई : गंभीर जल संकट से जूझ रहे चेन्नई के लोगों को कुछ राहत मिलने जा रही है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने कहा है कि वेल्लोर के जोलारपेट से एक करोड़ लीटर पानी विशेष ट्रेन के जरिए चेन्नई भेजा जाएगा। ट्रेन द्वारा जलापूर्ति का यह काम छह महीने तक किया जाएगा। इसके लिए 65 करोड़ रुपये की राशि अलग से आवंटित की गई है। उन्होंने बताया कि चेन्नई मेट्रोपोलिटन वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड ने जल वितरण के लिए 158.42 करोड़ रुपये का आवंटन किया है।
Chennai: Dravida Munnetra Kazhagam (DMK) holds protest in Jafferkhanpet area against the state government over water crisis in the city. #TamilNadu pic.twitter.com/X080LfC322
— ANI (@ANI) June 22, 2019
मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने कहा कि जहां तक चेन्नई का सवाल है तो सरकार जितनी जल्द पानी मुहैया करा सकती है, करा रही है। जल भंडारण को बढ़ाने के लिए जल इकाइयों की मरम्मत और उन्हें मजबूत करने का कार्य पहले ही शुरू हो चुका है। शहर में मेट्रो वॉटर की ओर से 525 एमएलडी तक जलापूर्ति की जा रही है। उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन से जल संकट के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करने के लिए सहयोग बढ़ाने का अनुरोध किया।
सीएम पलानीसामी ने पड़ोसी राज्यों पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है। हालांकि उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री के जलापूर्ति के ऑफर के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने यह भी कहा कि केरल ने केवल एक बार में दो मिलियन लीटर पानी उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन चेन्नई जिस भीषण जल संकट से जूझ रहा है उसके लिए यह नाकाफी है। इसके साथ ही उन्होंने उन आरोपों को खारिज कर दिया जिसमें दावा किया गया था कि मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी मंत्रियों को निजी इस्तेमाल के लिए दो टैंकर पानी हर रोज मुहैया कराया जा रहा है।
बता दें कि चेन्नई को पानी की सप्लाइ करने वाली चार झीलें सूख गई हैं। ऐसे में शहर की लगभग चालीस लाख से ज्यादा आबादी के लिए एकमात्र आसरा अब केवल सरकारी पानी टैंकर ही हैं। शहर में जल संकट को देखते हुए छोटे रेस्त्रां बंद किए जा रहे हैं जबकि कुछ कार्यालयों में घर से काम करने का नियम लागू किया गया है। नौबत यहां तक आ गई है कि पानी बचाने के लिए शहर के मेट्रो सिस्टम ने अपने स्टेशनों पर एयर कंडीशनिंग का उपयोग करना भी बंद कर दिया है।
घरों से लेकर होटल तक के नल सूख चुके हैं। लाखों लोग टैंकरों के पानी पर आश्रित हैं। तमिलनाडु के पूझल जलाशय से जल आपूर्ति सिर्फ 52.5 करोड़ लीटर की ही हो पा रही है। इस जलाशय से चेन्नई तक पानी की सप्लाई होती है। चेन्नई में जल संकट के कारण 100 से ज्यादा छात्रवासों को भी बंद करना पड़ा है। पानी भरने के लिए लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। यही नहीं कतारों में लगे लोगों के बीच अक्सर लड़ाई झगड़े तक की नौबत आ रही है। पानी की किल्लत के चलते अधिकांश लोग नहा नहीं पा रहे हैं। चेन्नई के होटल में पानी के इस्तेमाल को लेकर चेतावनियां जारी की जा रही हैं।