प्रदेशव्यापीदस्तक अभियान के दौरान ए.एन.एम., आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ता के दलों ने घर-घर पहुँचकर अब तक 29 लाख 61 हजार बच्चों की जाँच की है। जाँच में 10 हजार 736 बच्चे गंभीर कुपोषित पाए गए। राज्य नोडल आफिसर डॉ. प्रज्ञा तिवारी ने बताया कि गंभीर कुपोषित चिन्हांकित बच्चों मे से 2408 बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर एन.आर.सी में भर्ती कर उपचार किया गया और उन्हें पोषण आहार दिया गया। गंभीर एनिमिक 539 बच्चों को रक्ताधान (ब्लड ट्रांसफ्यूजन) किया गया। निर्जलीकरण वाले 6737 बच्चों को संस्थागत उपचार दिया गया।
डॉ. प्रज्ञा तिवारी ने बताया कि दलों ने जाँच के दौरान 2351 बच्चों में जन्मजात शारीरिक विकृति की पहचान की। अब तक 9 माह से 5 वर्ष तक आयु के 23 लाख 39 हजार 862 बच्चों को विटामिन-ए की अनुपूरक खुराक दी गई। साथ ही, 2 माह से कम उम्र के 1390 संक्रमित बच्चों की पहचार कर उन्हें उपचार दिया गया।
प्रदेश में 10 जून से शुरू दस्तक अभियान 20 जुलाई तक जारी रहेगा। अभियान में दस्तक-दल गाँवों में घर-घर पहुँचकर 5 वर्ष आयु तक के बच्चों की जाँच करेंगे। कुपोषण और जन्मजात विकृतियों सहित संक्रमण से ग्रसित बच्चों को चिन्हांकित कर उनका उपचार भी किया जा रहा है।