लखनऊ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार रात लगातार ट्वीट किए। इसमें उन्होंने कहा- यदि पीड़ितों से मिलने के लिए सरकार मुझे जेल में डालना चाहें तो मैं इसके लिए भी तैयार हूं। दरअसल, प्रियंका सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने जाना चाहती थीं, मगर पुलिस और प्रशासन ने उन्हें शुक्रवार को मिर्जापुर के नारायणपुर गांव में ही रोक लिया था। बाद में प्रियंका को चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया।
प्रियंका ने शनिवार को कहा- गेस्ट हाउस में मुझे 24 घंटे हो गए हैं। क्या उनका (सरकार) का एक भी आदमी सोनभद्र आया। मैं प्रशासन से यही कहना चाहती हूं वे जहां चाहें (सोनभद्र या वाराणसी) पीड़ितों के परिजन से मुलाकात करवाएं। पीड़ितों से मिले बिना मैं नहीं जाऊंगी। प्रियंका ने पुलिस से पूछा- आखिर रोक क्यों रहे है। कोई तो वजह होनी चाहिए। कोई दस्तावेज दिखाइए। पुलिस ने कहा- पता करते हैं।
बुधवार को सोनभद्र में गांव के मुखिया और उसके समर्थकों ने आदिवासियों की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया था।विरोध करने पर 10 आदिवासियों को मार दिया गया। यह मामला घोरवाल जिले में यह 90 बीघा विवादित जमीन का था।
उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा मुझे पिछले 9 घंटे से गिरफ़्तार करके चुनार किले में रखा हुआ है। प्रशासन कह रहा है कि मुझे 50,000 की जमानत देनी है अन्यथा मुझे 14 दिन के लिए जेल की सज़ा दी जाएगी, मगर वे मुझे सोनभद्र नहीं जाने देंगे ऐसा उन्हें ‘ऊपर से ऑर्डर है’।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 19, 2019
मगर इसके बावजूद उप्र सरकार ने यह तमाशा किया हुआ है।
जनता सब देख रही है।
मैं इस संदर्भ में जमानत को अनैतिक मानती हूँ और इसे देने को तैयार नहीं हूँ। मेरी साफ माँग है कि मुझे पीड़ित आदिवासियों से मिलने दिया जाय। सरकार को जो उचित लगे वह करे।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 19, 2019
अगर सरकार पीड़ितों से मिलने के अपराध के लिए मुझे जेल में डालना चाहें तो मैं इसके लिए पूरी तरह से तैयार हूँ।
अगर सरकार पीड़ितों से मिलने के अपराध के लिए मुझे जेल में डालना चाहें तो मैं इसके लिए पूरी तरह से तैयार हूँ।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 19, 2019
मैंने इनसे मेरे वकीलों के मुताबिक मेरी गिरफ़्तारी हर तरह से गैर-क़ानूनी है। मुझे इन्होंने सरकार का संदेश दिया है कि मैं पीड़ित परिजनों से नहीं मिल सकती।
मैंने इनसे मेरे वकीलों के मुताबिक मेरी गिरफ़्तारी हर तरह से गैर-क़ानूनी है। मुझे इन्होंने सरकार का संदेश दिया है कि मैं पीड़ित परिजनों से नहीं मिल सकती।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 19, 2019
कांग्रेस महासचिव बनारस से हत्याकांड के घायलों से मिलकर सोनभद्र आ रही थीं। इसी दौरान नारायणपुर में उनका काफिला रोक लिया गया। प्रियंका वहां धरने पर बैठ गईं। इसके बाद गेस्ट हाउस में भी उन्होंने धरना दिया। तभी वहां की बिजली गुल हो गई। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सरकार ने बिजली काटी, पानी भी नहीं दिया। प्रियंका को रोके जाने पर राहुल गांधी ने कहा- प्रियंका को रोकने के लिए सत्ता का मनमाने ढंग से इस्तेमाल किया गया। इससे भाजपा सरकार की असुरक्षा साफ दिखती है।