नई दिल्ली: फॉर्च्यून ग्लोबल-500 लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की टॉप कंपनी बन गई है। रिलायंस ने रैंकिंग में 42 पायदान की छलांग लगाकर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) को पीछे छोड़ दिया है। दुनियाभर की कंपनियों की लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज की 106वीं रैंक है। आईओसी का 117वां नंबर है। पिछले साल रिलायंस की 148वीं और आईओसी की 137वीं रैंकिंग थी।
#NewsAlert – Mukesh Ambani-led Reliance Industries jumps 42 places to become the highest-ranking Indian firm on the Fortune Global 500 list. pic.twitter.com/o7sVzYXCVl
— News18 (@CNNnews18) July 24, 2019
रिलायंस लगातार 16 साल से फॉर्च्यून की ग्लोबल-500 लिस्ट में बनी हुई है। कंपनी का रेवेन्यू 2018 के 62.3 अरब डॉलर के मुकाबले 32.1% बढ़कर 82.9 अरब डॉलर हो गया है। दूसरी ओर आईओसी के रेवेन्यू में 17.7% ग्रोथ दर्ज की गई है। यह 65.9 अरब डॉलर से बढ़कर 77.6 अरब डॉलर हो गया। पिछले 10 साल में रिलायंस इंडस्ट्रीज के रेवेन्यू की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ 7.2% जबकि आईओसी की 3.64% रही है।
ग्लोबल-500 लिस्ट में शामिल 7 भारतीय कंपनियां
कंपनी | रैंकिंग | रैंकिंग में बदलाव |
रिलायंस इंडस्ट्रीज | 106 | +42 |
आईओसी | 117 | +20 |
ओएनजीसी | 160 | +37 |
एसबीआई | 236 | -20 |
टाटा मोटर्स | 265 | -33 |
भारत पेट्रोलियम | 275 | +39 |
राजेश एक्सपोर्ट | 495 | -90 |
सऊदी अरामको पहली बार टॉप-10 में शामिलअमेरिका की रिटेल कंपनी वॉलमार्ट इस साल भी टॉप पर है। चीन की सरकारी ऑयल एंड गैस कंपनी सिनोपेक दूसरे नंबर पर है। डच कंपनी रॉयल डच शेल का तीसरा, चाइना नेशनल पेट्रोलियम का चौथा और चीन की ही स्टेट ग्रिड कंपनी का चौथा नंबर है। सऊदी अरब की तेल कंपनी सऊदी अरामको पहली बार टॉप-10 में आई है। उसका 10वां नंबर है।
31 मार्च 2019 तक कंपनियों के बीते एक साल के रेवेन्यू के आधार पर यह रैंकिंग की गई है। फॉर्च्यून हर साल दुनियाभर की टॉप-500 कंपनियों की रैंकिंग जारी करता है।
फॉर्च्यून की ताजा लिस्ट पर गौर करें तो एकबात का साफ-साफ पता चलता है कि वर्ल्ड बिजनेस बैलेंसिंग पावर में अमेरिका धीरे-धीरे कमजोर पड़ रहा है, साथ ही चीन अपनी स्थिति लगातार मजबूत कर रहा है. टॉप-500 में 129 कंपनियों के साथ अब चीन पहले पायदान पर पहुंच गया है. इनमें 10 ताइवान की कंपनियां भी शामिल हैं. 121 कंपनियों के साथ अमेरिका दूसरे पायदान पर खिसक गया है. इस लिस्ट में अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट लगातार छठे साल पहले नंबर पर आई. 1995 से यह कंपनी 14 बार नंबर वन पर रह चुकी है. टॉप-5 में चीन सरकार की दो कंपनियां चीन नेशनल पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (CNPC) और पावर सप्लायर स्टेट ग्रिड चौथे और पांचवें पायदान पर है.