मुंबई: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कश्मीर विवाद पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने के लिए कहा था। भारत की तरफ से उनके दावे को नकार दिया गया। हालांकि, कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी से जवाब मांग रहा है। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने भी इस पर तंज कसते हुए कहा कि शायद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प से योग के लिए मेडिटेट (ध्यान) करने के लिए कहा था, लेकिन ट्रम्प ने इसे मीडिएट (मध्यस्थता) सुन लिया।
खुर्शीद ने गुरुवार को मुंबई में अपनी किताब ‘विजिबल मुस्लिम, इनविजिबल सिटीजन: अंडरस्टैंडिंग इस्लाम इन इंडियन डेमोक्रेसी’ के लॉन्च के मौके पर यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह संवाद की समस्या थी। लेकिन कूटनीति संवाद पर निर्भर है और अगर आप ठीक से संवाद नहीं कर सकते तो आप किस तरह की कूटनीति कर रहे हैं।
BOOK REVIEW | Visible Muslim, Invisible Citizen: Understanding Islam in Indian Democracy by Salman Khurshid.https://t.co/5BrViKTomh
— The Telegraph (@ttindia) July 20, 2019
ट्रम्प ने सोमवार को ही इमरान खान के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि मोदी दो हफ्ते पहले उनके साथ थे और उन्होंने कश्मीर मामले पर मध्यस्थता की पेशकश की थी। इस पर इमरान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अगर आप ऐसा करा सके, तो अरबों लोग आपको दुआ देंगे।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के करीब एक घंटे बाद ही ट्रम्प के दावे को नकार दिया था। मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और ट्रम्प ऐसी कोई बात नहीं हुई। भारत अपने निर्णय पर कायम है। पाकिस्तान के साथ सारे मसले द्विपक्षीय बातचीत के जरिए ही हल किए जाएंगे।