इंदौर : चोरी व लूट के मोबाइलों को लेकर उनके आईएमईआई नंबर बदलने वाले गिरोह से एक बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में ये बात सामने आई है कि गैंग ने ऐसे कई मोबाइल बाजारों में बेच दिए हैं जिन पर 100 से ज्यादा आई एमईआई नंबर एक जैसे ही चढ़ा दिए हैं। ये मोबाइल न सिर्फ शहर में बल्कि कई प्रदेशों के बड़े शहरों में चल भी रहे हैं। इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को एक बड़ा झटका लग सकता है। मामले में एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने बड़ी मोबाइल कंपनियों को आईएमईआई नंबर की सिक्योरिटी को पुख्ता करने के लिए मेल किया है।
एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने बताया कि तीन दिन पहले एएसपी प्रशांत चौबे और हीरानगर पुलिस ने आरोपी जितेंद्र पिता मनीश्वर राजपूत निवासी रीवा, राजू पिता कप्तान सिंह सेंगर निवासी भिंड, संजय पिता अक्षय लाल पटेल निवासी रीवा और भरत वासवानी को गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ में 192 मोबाइल ऐसे जब्त हुए जिनके ये एक साॅफ्टवेयर से आईएमईआई नंबर बदल चुके थे। शुक्रवार को हीरा नगर टीआई राजीव भदौरिया ने गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर इनकी गैंग से जुड़े व्यापारी कपिल पिता गोपालदास, विक्की वाधवानी, कपिल पिता मनोहर किंगरानी, अमित जैन, महेश रत्नानी के यहां दबिशें देकर उनकी दुकानों पर सर्चिंग कर 93 मोबाइल ओर जब्त किए।
इन मोबाइलों में अधिकांश मोबाइल ऐसे निकले है जिन पर आरोपियों ने जो आई एमईआई नंबर चढ़ाया है वह 100 से ज्यादा मोबाइलों पर ये पूर्व में भी चलाकर बेच चुके हैं। एएसपी प्रशांत चौबे बताते हैं कि एक मोबाइल पर 100 से ज्यादा एक जैसे ही आई एमईआई नंबर चढ़ने के बाद पुलिस के लिए चुनौती खड़ी हो गई है कि पुलिस किसी भी वारदात में यदि मोबाइल ट्रेस करेगी तो ऐसे सैकडों मोबाइल सेट जब्त करना संभव नहीं होगा ना ही उन्हें कोर्ट में पेश कर वारदात में उपयोग होना बताया जा सकेगा।