भोपाल: राजधानी में शुक्रवार तड़के गणपति विसर्जन के दौरान नाव पलटने से 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग लापता हैं। यह घटना सुबह करीब 4:30 बजे हुई जब काफी संख्या में लोग नाव पर सवार होकर खटलापुरा घाट पर गणपति को विसर्जित करने के लिए जा रहे थे। तीन साल पहले 2016 में छोटे तालाब में नाव पलटने से डूबने से पांच युवकों की मौत हो गई थी। इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी नगर निगम और जिला प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया और ये हादसा हो गया। हालांकि 2016 में हुआ ये हादसा विसर्जन के दौरान नहीं हुआ था। उसवक्त भी सुरक्षा के तमाम दावे किए गए थे। लेकिन जो हुआ उसका नतीजा आज नजर आ रहा है।
शुक्रवार सुबह हुई घटना के बारे में बताया जा रहा है कि करीब 20 फीट की गहराई पर दो नावें आपस में बंधी हुई उल्टी हालत में पड़ी हुई हैं। उन्हें क्रेन की मदद से निकाला गया। झील में गहराई पर गणेश प्रतिमाएं, कीचड़ और बांस समेत अन्य सामान के चलते गोताखोरों को शेष लोगों की तलाश में रेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।