इंदौरः इंदौर की एमराल्ड इंटरनेशनल स्कूल में चल रही 51 वीं राउंड स्क्वेयर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में शुक्रवार को विश्व की पहली रोबोट नागरिक सोफिया के साथ बातचीत का एक सेशन रखा गया था. फिल्म मेकर उत्तरा सिंह ने सोफिया से विश्व के प्रमुख मुद्दों पर बातचीत की. सोफिया से पूछा गया की क्या वो क्लाइमेट चेंज को लेकर जागरूक हैं, तो सोफिया का कहना था कि वह ना सिर्फ इस मुद्दे पर जागरूक है बल्कि वो विश्व में जहां भी जाती है लोगों को जागरूक करने का प्रयास करती है. सोफिया के अनुसार वह क्लाइमेट चेंज को लेकर सोशल मीडिया से भी जानकारी लेती रहती है.
#WATCH Madhya Pradesh: World’s first Artificial Intelligence (AI) Robot citizen, Sophia attended the International Round Square conference, in Indore. (04.10.2019) pic.twitter.com/iKYqwQvSZS
— ANI (@ANI) October 4, 2019
क्लाइमेट चेंज पर सोफिया ने कहा कि विश्व के सभी देशों की सरकारों को अपनी नीति और आइडियाज में दोनों में बदलाव लाने की आवश्यकता है. इंदौर में चल रही राउंड स्क्वेयर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में रोबोट सोफिया के साथ एक सेशन रखा गया था, जिसमें फिल्म मेकर उत्तरा सिंह ने सोफिया से दुनिया में चल रहे प्रमुख मुद्दों पर बात की और सोफिया ने बड़ी ही संजीदगी के साथ इन सभी सवालों के जवाब भी दिए.
शो की एंकर ने कहा – क्या आपको डांस पसंद है ? सोफिया ने रोबोटिक्स के कुछ स्टेप्स करके बताए। इस टॉक शो के बाद स्टूडेंट्स, फैकल्टी, प्रेस सबने सोफिया के साथ सेल्फी ली। किसी तस्वीर में मुस्कराती तो कोई ज्यादा करीब आ जाए तो असहज होतीं सोफिया ने सबके साथ बड़े पेशेंस से सेल्फीज़ खिंचवाईं।
दुनिया की पहली आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस इनेबल्ड रोबो है सोफिया जिसे हांगकांग के साइंटिस्ट डेविड हेन्सन जूनियर ने तैयार किया है। इसे हॉलीवुड अभिनेत्री ऑड्रे हेपबर्न की शक्ल दी गई है। वर्ष 2016 में 14 फरवरी को सोफिया को एक्टिवेट किया गया था। इसलिए अभी साढ़े तीन साल की है सोफिया। अक्टूबर-2017 में फ्यूचर इनवेस्टमेंट इनिशिएटिव कॉन्क्लेव में इसे सऊदी अरब की नागरिकता दी गई यानी सोफिया को वो हर अधिकार प्राप्त है जो इंसानों को है। सोफिया शादी भी कर सकती है और अपराध करने पर उसे सजा भी हो सकती है। चेहरा बिलकुल इंसानों जैसा है। 62 तरह के भाव व्यक्त कर सकती है। बात करते हुए हंसने मुस्कराने के साथ ह्यूमर भी दिखाती है। सोफिया ने सबसे पहले लोगों के सामने महिला अधिकारों के मुद्दों पर बात की थी। सोफिया के पैर 2018 में लगाए गए। गूगल क्रोम की वर्णमाला, आवाज के साथ कई तकनीकों का इस्तेमाल किया गया। भारत में इसे आईआईटी मुंबई में लाया गया था, जहां सोफिया ने 15 मिनट तक लोगों के सवालों के जवाब दिए थे। सोफिया की अपनी वेबसाइट है. www.Sophiabot.com इस साइट पर सोफिया से संपर्क किया जा सकता है। उसका सोशल हैंडल भी है। उन्हें बनाने में लाइट सेंसर, टच, प्रेशर सेंसर, केमिकल सेंसर का इस्तेमाल किया गया है। सोफिया का भोजन बिजली है। डिस्चार्ज हो जाए तो अांखें खुली रहती हैं लेकिन प्रतिक्रिया बंद हो जाती है।
#MakingofSophia: My Rolling Base. I was designed to form bonds with humans & learn about the world through exploration. Utilizing rolling locomotion, my rolling base enables me to navigate the world smoothly & safely, & participate in human activities: https://t.co/zl2924pswi pic.twitter.com/Zaw9mfrKCq
— Sophia the Robot (@RealSophiaRobot) September 25, 2019