नई दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्मीर मुद्दे पर फिर परमाणु युद्ध की धमकी दी थी। इसका जिक्र करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा ने कहा, उनमें गंभीरता नहीं है। ये अपरिपक्वता का परिचायक है। दरअसल, अनुच्छेद 370 हटने के बाद उनकी सरकार और सेना को समझ नहीं आ रहा है कि अब क्या किया जाए। ये सिर्फ बौखलाहट है। परमाणु हथियारों का इस्तेमाल हंसी-खेल नहीं है। भारत में एक आक्रमक सरकार है। पहले हम बल्लेबाज के तौर पर गुगली खेलते थे। अब ये गेंद हम खुद फेक रहे हैं।
भारतीय सेना के दो पूर्व अफसरों ने कहा है कि भारत ने पीओके में सर्जिकल और एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान की परमाणु धमकियों का झूठ दुनिया के सामने उजागर कर दिया है। आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर भारत की सोच में बदलाव आया है। पाकिस्तान की परमाणु हथियारों की धमकी अब नहीं चलेगी। यह बात गुरुवार को लेफ्टिनेंट जनरल अमित शर्मा और मेजर जनरल ध्रुव कटोच (दोनों रिटायर्ड) ने कही।
दोनों सैन्य अधिकारी कर्नल नरेश रस्तोगी (रिटायर्ड) और पूर्व राजनयिक किरण दोषी की किताब ‘द बगल कॉल्स: ए लाइफ इन द इंडियन आर्मी’ के विमोचन कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस पुस्तक में भारतीय सेना से जुड़ी बातों और घटनाओं का जिक्र है।
मेजर जनरल कटोच ने कहा, परमाणु ताकत को पाकिस्तान जादूई शब्द की तरह इस्तेमाल करता था। इसकी आड़ लेकर आतंकी घुसपैठ की जाती थी। 2016 में उड़ी हमला हुआ। उसका जवाब सर्जिकल स्ट्राइक से दिया गया। फिर पुलवामा हमला हुआ तो भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक की।
भारत ने पाकिस्तान को सैन्य तरीके से जवाब दिया। इसके पीछे सरकार का पूरा सहयोग था। हालात में नाटकीय बदलाव आया है। इसलिए मैं कहता हूं कि अब खेल बदल गया है। दुश्मन को संदेश बिल्कुल साफ है- आपको जो करना है, वो करो। लेकिन, भारत अब परमाणु हथियारों की धमकी से डरने वाला नहीं है।