भोपाल : लोकायुक्त पुलिस की टीम ने मंगलवार सुबह सहायक आबकारी आयुक्त आलोक कुमार खरे के 7 ठिकानों पर छापेमारी की। इनमें भोपाल में दो, इंदौर में दो, रायसेन में दो और छतरपुर में एक जगह एक साथ छापेमारी की। खरे के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत मिली थी, जिस पर लोकायुक्त पुलिस ने यह कार्रवाई की। आलोक खरे वर्तमान में इंदौर में तैनात हैं।
#Correction Indore: Raids being conducted by Lokayukta* at properties of Alok Khare, Asst Commissioner in MP state excise dept, in matter of disproportionate assets. His properties in Bhopal, Indore, Raisen, Chhatarpur&other locations being raided.(original tweet will be deleted) https://t.co/UMMxA7qmwl pic.twitter.com/5DWEUUaRKZ
— ANI (@ANI) October 15, 2019
आबकारी विभाग के जिस अफसर के ठिकानों पर छापे मारे, वो बेहद लग्जरी लाइफ जीने का शौकीन था। जब लोकायुक्त पुलिस ने उनके ठिकानों पर दबिश दी तो अंदर का नजारा देख वे भी हैरान हो गए थे। भ्रष्ट अफसर के सभी बंगले और फार्म हाउस पर ऐशोआराम के सारे इंतजाम थे। इंटीरियर फाइव स्टार होटलों से कम नहीं था। बंगले में जो कुत्ता पल रहा था उसकी कीमत भी किसी लग्जरी कार से कम नहीं थी। डूडल प्रजाति के इस कुत्ते की कीमत 10 लाख रुपए बताई जा रही है। यह भी बताया जाता है कि इस कुत्ते के खर्च पर हर माह 40 से पचास हजार रुपए का खर्च होता है।
आबकारी विभाग के आलोक कुमार खरे के बारे में बताया जा रहा है कि वे उस समय नजर में आने लगे थे, जब इंदौर के अपने दफ्तर में 70,000 हजार रूपये की विशेष कुर्शी पर बैठते थे.
इस अफसर के पास सौ एकड़ जमीन, महलों जैसे फार्म हाउस समेत सवा किलो सोना भी मिला है। यह अफसर ऐशो-आराम समेत महंगी चीजों का शौकीन था। इसने अपने घर में डूडल प्रजाति का जो कुत्ता पाल रखा था उसकी कीमत 10 लाख रुपए बताई जा रही है। इस कुत्ते की खासियत भी यह है कि यह कई देशों में काफी लोकप्रिय है और इसकी प्रजाति के नाम पर इंटरनेशनल डूडल डॉग डे धूम-धाम से मनाया जाता है।
खरे के बारे में बताया जाता है कि जब वे आफिस के लिए घर से निकलने वाले होते थे तो 20 मिनट पहले उनकी कार के ऐसे चालू करवा दिए जाते थे। बंगले का फाइव स्टार होटलो जैसा नजारा, आलोक कुमार खरे के जितने भी बंगले और फार्म हाउस मिले हैं उनमें ऐशो आराम की सभी चीजें थीं। इससे पता चलता है कि वो लग्जरी लाइफ का शौकीन है। उसके सभी बंगले और फार्म हाउस का इंटीरियर किसी फाइव स्टार होटलों से कम नहीं है। भोपाल के गोल्डन सिटी स्थित बंगले के ग्राउंड फ्लोर से करीब एक करोड़ रुपए कीमत के 221 बेशकीमती आइटम मिले हैं। लोकायुक्त को दो माह पहले इस अफसर के काले कारनामों की सूचना मिली थी। तभी से अफसरों की टीम उन पर नजर रख रही थी।
भोपाल के चूनाभट्टी में 32 सौ वर्ग फीट का प्लाट। कुसुम गृह निर्माण सहकारी समिति में 1800 वर्ग फीट का प्लाट। दानिश कुंड और बावड़िया कलां में प्लाट, रामेश्वरम बाग मुगालिया में पत्नी के नाम प्लाट। ग्राम तारा सेवनिया में 17.41 एकड़ कृषि भूमि। इसके अतिरिक्त
- मक्सी में 0.40 हेक्टेयर,
- रतनपुर सड़क में 0.210 हेक्टेयर,
- समरधा कलियासोत में 0.28 हेक्टेयर,
- चूना भट्टी में 0.15 एकड़,
- मुगालिया छाप में 0.514 हेक्टेयर कृषि भूमि,
- C-21 मॉल में एक करोड़ का आफिस,
- पारस हाउसिंग होशंगाबाद रोड पर करोड़ों के निवेश के दस्तावेज,
- 3 लग्जरी कारें,
- 52 लाख के सोने के आभूषण,
- तीन लाख की चांदी,
- 9 लाख 19 हजार 740 रुपए नकद,
- गोल्डन सिटी में दो बंगले,
- करीब 10 लाख का कुत्ता भी मिला
सहायक आबकारी आयुक्त खरे का छतरपुर स्थित निवास की कीमत भी करोड़ों रुपए में बताई जा रही है। सूचना यह भी है कि खरे के छतरपुर स्थित निवास से विदेशी मुद्रा भी मिली। रायसेन स्थित खरे का लग्जरी फार्म हाउस देखकर लोकायुक्त टीम भी हैरान रह गई। खरे ने दिखा रखा है कि उनकी पत्नी रायसेन में फलों की खेती करती हैं और वे पत्नी के नाम से ही इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर रहे थे।
लोकायुक्त डीएसपी नवीन अवस्थी का कहना है कि ये यह कार्रवाई प्रदेश की सबसे बड़ी कार्रवाई हो सकती है. प्रारंभिक जांच में ही करीब 100 करोड़ से अधिक की संपति का खुलासा हो चुका है। इंदौर के पॉश इलाके में एक पैंट हाउस और एक बंगले का पता चला है। यहां से तीन किलो सोना मिलने की भी खबर है। इंदौर के जिस फ्लैट में आलोक खरे रहते थे, उस पर ताला था। लोकायुक्त की टीम ने ताले पर ही सील लगा दी। वहीं, कलेक्टर कार्यालय के जिस कक्ष में वह बैठते थे वहां भी छानबीन की गई है।