पेरिस : टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग पर नजर रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंशल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए ग्रे लिस्ट में बरकरार रखा है। फिलहाल, ब्लैक लिस्ट में नहीं डालने से पाकिस्तान को आर्थिक रूप से बड़ी राहत मिली। एफएटीएफ ने आतंकियों के खिलाफ सख्त के लिए पाकिस्तान को फरवरी 2020 तक का समय दिया। पेरिस में हुई एफएटीएफ की बैठक में यह फैसला मंगलवार को ही ले लिया गया था, जिसकी आधिकारिक घोषणा शुक्रवार को हुई।
Pakistan escapes terror blacklisting by FATF, given Feb 2020 deadline
Read @ANI story | https://t.co/atxuEWbxRV pic.twitter.com/kbCoVf6LEb
— ANI Digital (@ani_digital) October 18, 2019
एफएटीएफ की बैठक में चीन, तुर्की और मलेशिया ने आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की कार्रवाई को सराहा था। इन तीनों देशों के समर्थन के बाद एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट में शामिल नहीं करने और बाकी उपायों को लागू करने के लिए ज्यादा समय देने का फैसला किया।
एफएटीएफ ने पाक को लगातार ग्रे लिस्ट में रखा है। इस कैटेगरी के देश को कर्ज देने में बड़ा जोखिम समझा जाता है। इसके कारण अंतरराष्ट्रीय कर्जदाताओं ने पाक को आर्थिक मदद और कर्ज देने में कटौती की है। इससे पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति लगातार कमजोर हुई।