इसरो ने बुधवार को पहली बार चंद्रमा की सतह की थ्रीडी तस्वीर जारी की। यह तस्वीर चंद्रयान-2 के टेरैन मैपिंग कैमरा-2 ने लिंडबर्ग क्रेटर के पास ली है। इनमें क्रेटर (विशालकाय गड्ढे), लावा ट्यूब (जीवन की संभावना के लिए संभावित अनुकूल स्थान), रिलेस (लावा ट्यूब के फटने से बने स्थान) सहित अन्य संरचनाएं देखी जा सकती हैं। चंद्रयान-2 ने तीसरी बार तस्वीरें भेजी हैं। इससे पहले चंद्रयान-2, अंतरिक्ष से ली गई पृथ्वी की तस्वीर और चांद की सतह की तस्वीर भेज चुका है।
इसरो ने नई तस्वीर अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट की। साथ में लिखा, ‘‘#चंद्रयान2 के टीएमसी-2 से ली गई क्रेटर के थ्रीडी व्यू को देखें। टीएमसी-2 से पूरे चांद की सतह का डिजिटल इलिवेशन मॉडल तैयार करने के लिए 5 एम स्पेटियल रिजॉल्यूशन और स्टिरियो ट्रिपलेट (फोर, नाडिर और एफ्ट व्यू) में तस्वीरें ली जा सकती हैं।
#ISRO
Have a look of 3D view of a crater imaged by TMC-2 of #Chandrayaan2. TMC-2 provides images at 5m spatial resolution & stereo triplets (fore, nadir and aft views) for preparing DEM of the complete lunar surface.For more details visit https://t.co/urlZqzg3Gw pic.twitter.com/VBvUeH1L8s
— ISRO (@isro) November 13, 2019
चंद्रयान-2 मिशन 22 जुलाई को लॉन्च किया गया था। 14 अगस्त को लैंडर और रोवर ने पृथ्वी की कक्षा छोड़ी थी। 6 दिन बाद इसने चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था। 2 सितंबर को विक्रम लैंडर ऑर्बिटर से अलग हुआ था। मिशन के अनुसार लैंडर को रात को 1 से 2 बजे के बीच लैंड करना था, लेकिन इससे पहले ही इसरो से लैंडर का संपर्क टूट गया था।