हैदराबाद गैंगरेप के चारों आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है. यह एनकाउंटर नेशनल हाइवे-44 के पास गुरुवार देर रात हुआ. पुलिस आरोपियों को एनएच-44 पर क्राइम सीन रिक्रिएट कराने के लिए लेकर गई थी. पुलिस के मुताबिक चारों आरोपियों ने मौके से भागने की कोशिश की. पुलिस ने चारों आरोपियों को ढेर कर दिया है.

पुलिस कमिश्नर सज्जनार के मुताबिक:
आरोपी हमारी हिरासत में थे। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि हत्या के बाद उन्होंने झाड़ियों में डॉक्टर का मोबाइल फोन फेंक दिया था। इसके बाद शुक्रवार सुबह 5:45 बजे चारों आरोपियों को उसी जगह लाया गया, जहां डॉक्टर का शव जलाया गया था। पुलिस वहां क्राइम सीन रीक्रिएट करने नहीं, बल्कि पीड़ित का मोबाइल फोन ढूंढने गई थी। आरोपी एक बस में थे। उनके साथ 10 पुलिसकर्मी थे। मौके पर हम पीड़ित का फोन और अन्य सामान तलाश रहे थे, तभी आरोपियों ने पहले डंडों-पत्थरों से पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया। इसके बाद दो आरोपियों आरिफ और चिंताकुंटा ने हमारे दो अफसरों के हथियार छीन लिए और फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस पार्टी ने संयम बरता। उन्हें बार-बार सरेंडर के लिए कहा। लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद जवाबी फायरिंग हुई। 15 मिनट बाद जब फायरिंग थमी, तब पुलिसकर्मियों ने देखा तो आरोपियों की मौत हो चुकी थी। उन्हें गोलियां लगी थीं। यह सबकुछ सुबह 5:45 बजे से 6:15 बजे के बीच हुआ। हमने मौके से डॉक्टर का मोबाइल फोन, पावर बैंक और रिस्ट वॉच बरामद की है।
बता दें कि 27-28 नवंबर की दरम्यानी रात को हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत की वारदात को अंजाम दिया गया था. महिला डॉक्टर का जला शव बेंगलुरु हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर अंडरपास के करीब मिला था. इसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को 29 नवंबर को गिरफ्तार किया था.
Hyderabad: Heavy police presence at the spot where accused in the rape and murder of the woman veterinarian were killed in an encounter earlier today. #Telangana pic.twitter.com/tpIzyBgxdZ
— ANI (@ANI) December 6, 2019
पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया था, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. जिसके बाद हैदराबाद पुलिस ने हिरासत की मांग की तो आरोपियों को 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया था. पुलिस आरोपियों को सीन रिक्रिएट कराने के लिए लेकर गई थी. इस दौरान पुलिस मुठभेड़ में चारों आरोपी मारे गए.
इस एनकाउंटर पर दिशा के पिता हैदराबाद की महिला डॉक्टर (दिशा) के पिता ने कहा कि मेरी बेटी की मौत के 10 दिन के अंदर आरोपियों को मार दिया गया. मैं तेलंगाना सरकार, पुलिस और मेरे साथ खड़े लोगों को बधाई देता हूं. मेरी बच्ची की आत्मा को शांति मिल गई.
महिला डॉक्टर की स्कूटी पंक्चर पंक्चर हो गई थी. जब वह स्कूटी पार्क कर रही थी, तभी चारों दरिंदों ने हैवानियत की वारदात को अंजाम दिया था. इसके बाद चारों आरोपियों ने डॉक्टर के साथ दरिंदगी की और गला दबाकर हत्या कर दी थी. इसके बाद रेप पीड़िता के शव को जला दिया गया था. हैदराबाद की इस रेप और मर्डर की घटना के बाद जहां एक ओर पूरे देश में गुस्सा है तो वहीं संसद में इस मामले की गूंज सुनाई दे रही है.
The spot where the four where shot dead around 50 kms from Hyderabad pic.twitter.com/sLfuu2NHCv
— Dhanya Rajendran (@dhanyarajendran) December 6, 2019
हैदराबाद में 27 नवंबर को टू-व्हीलर का टायर पंक्चर होने के बाद एक टोल प्लाजा के पास इंतजार कर रही 26 वर्षीय वेटरनरी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। डॉक्टर का जला हुआ शव अगले दिन सुबह मिला था। पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनके नाम मोहम्मद आरिफ, जोलू शिवा, जोलू नवीन और चिंताकुंटा चेन्नाकेशवुलु थे। आरिफ की उम्र 26 साल थी, जबकि बाकी आरोपियों की उम्र 20 साल बताई गई। ये सभी ट्रक ड्राइवर और क्लीनर थे, जिन्होंने शराब पीने के बाद 7 घंटे तक डॉक्टर के साथ दरिंदगी की थी। इसके बाद पीड़ित को शादनगर के बाहरी इलाके में जला दिया था। चारों आरोपियों को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। पुलिस ने अदालत से इन्हें 10 दिन की रिमांड पर लिया था। आरोपियों के पड़ोसियों ने बताया कि चारों शराब पीने के आरोपी थे। आर्थिक रूप से कमजोर होने के साथ-साथ सभी कम पढ़े-लिखे थे। इसके बावजूद सभी शानो-शौकत भरी जिंदगी जीते थे और शराब सहित दूसरी चीजों पर जमकर खर्च करते थे।