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भोपाल में तेज बारिश के साथ ओले गिरे

भोपाल : गुरूवार शाम करीब 4 बजे से भोपाल में तेज बारिश शुरू हो गई, जो पांच बजे तक जारी रही। शाम को पहले साढ़े सात बजे बारिश हुई, फिर रात 9.35 बजे तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे। रायसेन में भी तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। प्रदेश के अन्य जिलों में भी बारिश के साथ ओले गिरे। मौसम विभाग के विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिम विक्षोभ का असर मध्य प्रदेश में दिख रहा है, इस कारण बारिश हुई है। मौसम विभाग ने बताया कि ऐसी स्थिति अगले तीन दिन तक रह सकती है। होशंगाबाद में तेज बारिश के कारण किसानों का धान भीग गया। मंडियों में खुले में रखे धान को किसानों ने तिरपाल डालकर बचाने की कोशिश की।

इधर, रायसेन में तेज हवाओं के साथ जमकर बारिश हुई और ओले पड़े। ओला वृष्टि के दौरान इतना तेजी से बड़े ओले गिरे की सड़कें और जमीन पट गई। जिले के सेहतगंज, परसोला और भोपाल रोड पर ओले की सफेद चादर बिछ गई। सांची ब्लाक के ग्राम राजीव नगर में तेज बारिश ने मंडियों में रखा अनाज भीगने लगा, जिससे लोगों को खासी परेशानी हो रही है।

भोपाल में सुबह से सूरज की बादलों के साथ लुकाछिपी जारी थी, दोपहर बाद बादल छाए हल्की बारिश होने लगी। भोपाल शहर में तेज बारिश के साथ हवा और बिजली कड़की हवाओं से दुकानों के लगे होर्डिंग तक उखड़ कर उड़ गए। मौसम के रुख बदलने और कई स्थानों पर हुई बूंदाबांदी से सीजन में पहली बार दिन का तापमान 7 डिग्री तक लुढ़क गया है। भोपाल में न्यूनतम 0.6 डिग्री गिरकर आज 12.6 डिग्री दर्ज किया गया। यह भी सामान्य से दो डिग्री अधिक है। यहां सुबह धुंध रही और दृश्यता 1500 मीटर तक रही। गुना में मौसम ने करवट ली है, जिले के उत्तरी हिस्सों में बारिश हुई है, बाकी जगह बादल और धुंध छाई हुई है। रात में बादलों के बावजूद तेज ठंड रही। पारा 11 डिग्री तक पहुंच गया है।

सर्दी के सीजन में पहली बारिश से किसानों को फायदा। कुछ ऐसी ही स्थिति रायसेन में रही यहां पर कई जगह हुई बूंदाबांदी हुई और सुबह 11 बजे तक कोहरा छाया रहा। मुरैना में हल्की बारिश, फसलों को होगा लाभ मौसम विभाग ने कहा कि राजधानी भोपाल में भी बारिश हुई है और 12 और 13 दिसंबर को बूंदाबांदी भी होने का अनुमान है।

मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि भोपाल में बारिश दोपहर बाद हुई है। इससे ठंड बढ़ने की पूरी संभावना है। पीके साहा ने बताया कि 12 से 14 दिसंबर के बीच ग्वालियर, चंबल एवं सागर संभाग के जिलों तथा भोपाल संभाग के राजगढ़ जिले में कहीं कहीं ओलावृष्टि हो सकती है। इसके बाद आसमान साफ हो जाएगा। मौसम का मिजाज फिर बदलने के साथ कड़ाके की ठंड शुरु होगी। गुरुवार को प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री पर्वतीय स्थल पचमढ़ी में रिकार्ड हुआ। बैतूल में 8.2, उमरिया में 9.4, ग्वालियर में 9.6, दितया में 9.9 तथा रीवा में 10.2 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।

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