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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मध्यप्रदेश की जनता के नाम संदेश

यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश #COVID19 के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। यह उन्हीं का दूरदर्शी नेतृत्व है, जिसके कारण इस बीमारी को देश में नियंत्रित करने में सफलता मिली। हम भी मध्यप्रदेश में उनके नेतृत्व में लड़ाई लड़ रहे हैं। 1 अप्रैल, 2020 को टेस्टिंग क्षमता मात्र 60 टेस्ट प्रतिदिन थी, अब हमारी टेस्टिंग क्षमता बढ़कर 3810 टेस्ट प्रतिदिन हो गई है। प्रदेश में अब कुल 15 लैब्स क्रियाशील है और अगले 10 दिनों में टेस्टिंग क्षमता 7000 टेस्ट प्रतिदिन करने का लक्ष्य है।मध्यप्रदेश में #COVID19 संक्रमित मरीजों के स्वस्थ्य होने की दर (रिकवरी रेट) दिनांक 01 मई, 2020 की स्थिति 19.03 % थी जो दिनांक 18 मई, 2020 की स्थिति में बढ़कर 46% से भी अधिक हो गई है।

प्रदेश में सर्वे, स्क्रीनिंग, सैम्पलिंग, टेस्टिंग, किट/मास्क आदि की उपलब्धता और उपचार जैसे सभी क्षेत्रों में बेहतर काम होने का ही परिणाम है कि प्रदेश के 7 जिले वर्तमान में COVID19 से पूरी तरह मुक्त हैं। पिछले 50 दिनों में राज्य सरकार ने COVID19 संक्रमण के खिलाफ जंग में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। हमारे #CoronaWarriors दिन लगातार काम कर रहे हैं। जिला स्तर पर क्राइसिस मैनेंजमेंट ग्रुप नियमित रूप से समीक्षा कर निर्णय ले रहे है।

COVID19 के कारण प्रदेश की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो गई है परंतु हमने गरीबों, मजदूरों, किसानों, बच्चों आदि की सहायता के लिए 16 हजार करोड़ रूपए से अधिक की राशि उनके खातों में अंतरित की, जिससे समाज के किसी भी वर्ग को दिक्कत एवं तकलीफ न आए।हमारे प्रवासी मजूदर भाई-बहन बिल्कुल भी चिंता न करें। सभी को बसों एवं ट्रेनों के माध्यम से उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए 91 से अधिक ट्रेन तथा हजारों बस अब तक लगाई गई हैं।जिन मजदूर भाईयों का राशन कार्ड नहीं है, उन्हें भी नि:शुल्क राशन दिया जा रहा है। जो कार्य करना चाहते हैं तथा जिनका जॉब कार्ड नहीं है, पंचायतों के माध्यम से उनका जॉब कार्ड बनवाकर उन्हें काम दिया जा रहा है।हम दूसरे प्रदेशों के मध्यप्रदेश में फंसे मजदूरों का भी पूरा ध्यान रख रहे हैं। इन्हें न पैदल चलने देंगे और न भूखा सोने देंगे। हर मजदूर को वाहनों के माध्यम से राज्य की सीमा तक पहुंचाया जा रहा है। इस कार्य में 1000 बसें रोज लगी है।इसके साथ ही प्रदेश के बाहर के मजदूर जो मध्यप्रदेश में दुर्घटनाग्रस्त होते हैं उनके लिए प्रति मजदूर मृत्यु पर एक-एक लाख रूपए तथा घायल होने पर 25-25 हजार रूपए की सहायता दी जाएगी।

पूरे प्रदेश को रैड एवं ग्रीन जोन में बांटा गया है। रैड जोन के अंतर्गत इंदौर, उज्जैन जिले का संपूर्ण क्षेत्र, भोपाल, बुरहानपुर, जबलपुर, खण्डवा एवं देवास के नगर पालिक निगम तथा मंदसौर, नीमच, धार व कुक्षी के नगर पालिका क्षेत्र होंगे।रैड ज़ोन में आने वाले क्षेत्र को छोड़कर प्रदेश के शेष सभी जिले ग्रीन ज़ोन में रखे गए हैं। एक सप्ताह तक यहाँ बाजार बंद रहेंगे तथा इसके बाद समीक्षा कर निर्णय लिया जाएगा।

Lockdown4 के दौरान सभी कन्टेनमेंट क्षेत्रों में विशेष प्रतिबंध जारी रहेंगे, केवल अत्यावश्यक गतिविधियों की अनुमति होगी। इस जोन के भीतर और बाहर लोगों का आना-जाना प्रतिबंधित रहेगा, केवल मेडिकल इमरजेंसी व आवश्यक वस्तुओं, सेवाओं की आपूर्ति हो सकेगी। सभी ज़ोन्‍स में स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, प्रशिक्षण संस्थान, होटल, रेस्टोरेंट, होस्पिटेलिटी सेवाएं, सिनेमा, मॉल, जिम, स्वीमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थियेटर्स, बार, ऑडिटोरियम प्रतिबंधित रहेंगे।सभी जोन्‍स में सामुदायिक, सामाजिक, राजनैतिक, खेलकूद, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक आयोजन नहीं हो सकेंगे। धार्मिक स्थल, पूजा स्थल तथा धार्मिक सभाएं प्रतिबंधित रहेंगी। शाम 7 से सुबह 7 बजे तक आवागमन,अत्यावश्यक गतिविधियों को छोड़कर प्रतिबंधित रहेगा।

सार्वजनिक परिवहन की बसें अभी एक सप्ताह तक प्रतिबंधित रहेंगी तथा इसके बाद समीक्षा कर निर्णय लिया जाएगा।मेडिकल,पुलिस आवास,क्वारेंटाईन सेंटर,फंसे हुए लोगों के भोजन के लिए उपयोग किए जाने वाले होटल, बस डिपो, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट कैंटीन, होम डिलेवरी रेस्टोरेंट, स्पोर्ट्स काम्पलेक्स, स्टेडियम (बिना दर्शकों के), माल परिवहन जारी रहेंगे।सभी स्वास्थ्यकर्मियों एवं सफाईकमियों का आवागमन, उद्योगों के लिए श्रमिकों को लाने ले जाने की बसें तथा शासकीय एवं निजी कार्यालय 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चालू रहेंगे।

ग्रीन जोन के सभी क्षेत्रों के लिए प्रतिबंधित गतिविधियों को छोड़कर शेष सभी प्रकार की गतिविधियां संचालित की जा सकेंगी। सभी दुकानें, बाजार, सब्जी मंडियां खुलेंगी, निजी व शासकीय कार्यालय पूरी क्षमता से चलेंगे तथा निजी वाहनों से आवागमन किया जा सकेगा। यदि किसी ग्रीन जोन जिले में पॉजिटिव प्रकरण बढ़ते है तो वह रैड जोन में परिवर्तित किया जा सकेगा। अपना जिला ग्रीन बना रहे इसके लिए सभी सावधानियां बरतें।

प्रत्येक जोन में COVID19 संक्रमण से बचने के लिए 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, मल्टीपल डिसआर्डर वाले व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं तथा 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को घर पर ही रहना होगा।सभी जोन के व्यक्तियों को कुछ सावधानियां अनिवार्य रूप से बरतनी होंगी।

सार्वजनिक स्थानों और कार्यस्थल पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा तथा थूकने पर जुर्माना लगेगा। फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना आवश्यक होगा। विवाह में अधिकतम 50 और अंतिम संस्कार में 20 लोग शामिल हो सकेंगे। सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीना, पान, तम्बाकू, गुटखा खाना प्रतिबंधित होगा। दुकानों पर ग्राहकों के बीच दो गज की दूरी रखना अनिवार्य होगी तथा एक समय में दुकान पर 5 से अधिक लोग नहीं रह सकेंगे। सभी कार्य स्थलों के प्रवेश द्वारा एवं प्रस्थान द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग, हैण्डवाश और सैनेटाईजर की व्यवस्था, पूरे कार्य स्थल पर नियमित सैनेटाईजेशन तथा लंच ब्रेक में भी फिजिकल डिस्टेंसिंग अनिवार्य होगी।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा है कि चुनौती तो है, लेकिन इसको अवसर में बदलना है। इसलिए उन्होंने आत्मनिर्भर भारत (AtmaNirbharBharat) का मंत्र दिया है। आत्मनिर्भर भारत के लिए हमें आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाना है। मैं आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का पूरा खाका तैयार कर रहा हूं और जल्द ही उसका ड्राफ्ट लेकर आपके सामने आऊंगा। हम आत्मविश्वास से भरे हैं, संकट से डरे नहीं हैं। सावधानी रखते हुए हमें आर्थिक गतिविधियां भी प्रारम्भ करनी है, ताकि जिंदगी की रफ्तार न रुके। जहां चाह होती है, वहां राह को निकलना ही पड़ता है। इस संकट के अवसर को चुनौती में बदलकर हम एक नया मध्यप्रदेश खड़ा कर देंगे। कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों।

आपका

शिवराज

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