यहां के मरीन ड्राइव में 90 लाख रुपए की लागत से बना पब्लिक टॉयलेट शुरू किया गया है। इसमें सोलर पैनल और वैक्यूम तकनीक जैसी सुविधाएं दी गई हैं जिससे पानी कम खर्च हो। आमतौर पर एक टॉयलेट में फ्लश के दौरान 8 लीटर पानी इस्तेमाल होता है, लेकिन नई तकनीक की वजह से फ्लश में सिर्फ 0.8 लीटर पानी ही खर्च होगा।
टॉयलेट को सामाटेक फाउंडेशन की कंपनी जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने बनाया है। कंपनी के सहसंस्थापक अक्षत गुप्ता के मुताबिक, नया टॉयलेट बनाने के लिए नरीमन पॉइंट चर्चगेट सिटीजन एसोसिएशन आगे आया। यह टॉयलेट सिर्फ पानी ही नहीं बचाएगा, बल्कि हर साल लाखों लीटर सीवेज सीधे मरीन ड्राइव बे तक पहुंचने से रोकेगा।