कटनी : जिले के बड़वारा वन विकास निगम ने पैंगोलिन की तस्करी करते हुए आरोपी को दबोच लिया है। मामला बड़वारा क्षेत्र का है। आरोपी हरि राम जंगल से पैंगोलिन का शिकार कर उनकी तस्करी करता था। उसके दो साथी मौके से फरार हो गए। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक एक जिंदा पैंगुलिन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 50 लाख रुपए तक होती है। मुखबिर के द्वारा जैसे ही बंदरी गांव में पैंगोलिन की जानकारी मैदानी अमले को प्राप्त हुई। शिकारियों को जाल में फंसाने के लिए वन विभाग के कर्मचारी संतोष पयासी और आरक्षक दिलबहार सिंह पता लगाते हुए गांव पहुंचे।
यहां पर शिकारी को पहले भरोसा में लिया, और पैंगोलिन को खरीदने की बात करने लगे। जिस पर शिकारी और उसके साथी तीन लाख रुपए में अड़े रहे। बाद में यह सौदा सवा लाख में तय हुआ। सौदा तय होने के बाद जैसे ही आरोपी ने पैंगोलिन निकाला। दोनों कर्मचारी उसे दबोच लिए। टीम के अन्य कर्मचारी यहां पर पहुंचते कि गिरोह में अन्य सदस्य फरार हो गए थे। सौदा करते हुए आरोपियों ने वन विभाग के कर्मचारियों को बताया था कि जंगल में अब पैंगोलिन बड़ी मुश्किल से मिलते हैं। इसके लिए आपको तीन लाख रुपए देना होगा, तभी उन्हें यह मिल सकता है। तस्कर को जाल में फंसाने के लिए झूठ का सहारा लेना पड़ा।
बड़वारा क्षेत्र के बंदरी गांव में संयुक्त टीम ने तस्कर हरिराम पिता नत्थू कोल उम्र 32 वर्ष क्षेत्र से इंटरनेशनल मार्केट में 50 लाख की कीमत का पैंगुलिन जब्त किया। गिरोह के कुछ सदस्य टीम को चकमा देकर फरार होने में सफल हो गए। संयुक्त टीम में वन विकास निगम के धिकारियों के साथ जबलपुर की एसएसटीएफ टीम रही।
पैंगोलिन की खाल की विदेशों में काफी डिमांड है। इसकी खाल की दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में काफी डिमांड है। इसकी परतदार खाल का इस्तेमाल यौन शक्ति वर्धक दवाइयों, ड्रग्स, बुलटप्रूफ जैकेट, कपड़े और सजावट के सामान के लिए किया जाता है।