नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने अपना हवाई क्षेत्र (एयरस्पेस) बंद कर रखा है। मोदी सरकार ने बुधवार को बताया कि पाक के इस फैसले के चलते भारतीय विमानन कंपनियों को 548 करोड़ रु. से ज्यादा का घाटा झेलना पड़ा है। शुक्रवार को पाकिस्तान ने प्रतिबंध 12 जुलाई तक बढ़ाने का फैसला किया।
जम्मू-कश्मीर में पुलवामा हमले के बाद भारत ने 26 फरवरी को पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक कर आतंकी मसूद अजहर के संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने ध्वस्त किए थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हो गया और पाक ने भारत के लिए अपने हवाई क्षेत्र पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद अप्रैल में 11 में से सिर्फ एक पश्चिमी मार्ग खोला था।
#Pakistan airspace closure: Indian airlines lost Rs 550 crore, #AirIndia Rs 491 crorehttps://t.co/sgnapih5wv
— Business Standard (@bsindia) July 4, 2019
एयर इंडिया को 491 करोड़ का नुकसान हुआ: मंत्री
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने राज्यसभा में बताया कि 2 जुलाई तक एयर इंडिया को 491 करोड़, 31 मई तक इंडिगो को 25.1 करोड़ और 20 जून तक स्पाइस जेट को 30.73 करोड़ और गोएयर को 2.1 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। एयर इंडिया के अफसर ने न्यूज एजेंसी से कहा था कि हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध से एयरलाइन को रोजाना 6 करोड़ रुपए का घाटा हो रहा है।
यूरोप और दक्षिण-पूर्व एशिया की उड़ानें प्रभावित हुईं
पाकिस्तान के फैसले से भारतीय एयरलाइंस को मजबूरी में घाटे का सौदा करना पड़ रहा है। हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध से यूरोप और दक्षिण-पूर्व एशिया जाने वाली उड़ानें प्रभावित हुईं। पाकिस्तान के ऊपर से रोज सैकड़ों कमर्शियल फ्लाइट उड़ान भरती थीं।
पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शंघाई समिट में किर्गिस्तान जाने के लिए ओमान और ईरान का मार्ग चुना था। हालांकि, पाकिस्तान ने उनके स्पेशल एयरक्राफ्ट के किर्गिस्तान आने-जाने के लिए 48 घंटे तक हवाई क्षेत्र खुला रखा था।