भोपाल: कश्मीर में हो रही बर्फबारी का असर बीते दो दिन में पूरे प्रदेश पर दिखने लगा है। सभी जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। दिपावली की रात से सर्दी का अहसास होने लगा है। कश्मीर में बर्फबारी हो रही है। इस कारण घाटी की ओर से आने वाली हवाओं के असर के कारण रात में कंपकंपा देने वाली सर्दी शुरू हो गई है। पिछले 48 घंटों में राजधानी का न्यूनतम तापमान में करीब तीन डिग्री (2.7 डिग्री) सेल्सियस की गिरावट दर्ज हुई। इसका असर यह हुआ कि सुबह और शाम के मौसम में ठंडक घुल गई है।
ऐसे में दिन में अब लोगों को धूप अच्छी लगने लगी है। खासकर सुबह और शाम के वक्त लोग धूप का आनंद लेते नजर आए। पूर्व वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एसके नायक ने बताया कि हवा का रुख उत्तरी है। जम्मू कश्मीर में हल्की बर्फबारी हुई है। इस कारण मौसम में ठंडक बढ़ी है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस जम्मू में है। अब यह हिमालय की तराई की ओर आगे बढ़ेगा। इस दौरान हवा का रुख उत्तरी रहा तो एक-दो दिन बाद ठंडक में और इजाफा होने के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिकाें की मानें तो एक-दो दिन बाद न्यूनतम तापमान में और गिरावट आएगी।
तापमान में गिरावट आने के साथ डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया के बाद स्वाइन फ्लू की बीमारी बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है। दिन का तापमान जब 25 डिग्री सेल्सियस से कम और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस से कम रहता है तो इस तापमान में स्वाइन फ्लू का वायरस सक्रिय हो जाता है। इसलिए डॉक्टरों ने सर्दी के इस मौसम में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
तापमान गिरने से सर्दी, खांसी, जुकाम, निमोनिया व अस्थमा के मरीज बढ़ेंगे। बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं और सर्दी से बचाव रखें।
तापमान में गिरावट आने से हार्ट और ब्रेन अटैक की संभावना बढ़ जाती है। फिब्रीनोजन नामक पदार्थ शरीर में सर्दी के मौसम में बढ़ जाता है जो क्लोटिंग बढ़ाता है। इससे खून गाढ़ा हो जाता है और खून का थक्का जमने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए सर्दी से बचाव रखें, नियमित दवा लें और सिर ढंक कर रखे।