उमरिया: बिरसिंहपुरपाली में पदस्थ एसडीएम नीलांबर मिश्रा व सुरक्षा गार्ड चंद्रभान सिंह को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त रीवा की टीम ने पकड़ा है। लोकायुक्त टीम के अनुसार एसडीएम ने खगेंद्र सिंह, विमलेश पाण्डेय निवासी भौतरा पाली से क्रशर संचालन के बदले हर माह 10 हजार रुपए बतौर रिश्वत की मांग की थी। इसकी शिकायत पर बुधवार को उपपुलिस अधीक्षक बीके पटेल की टीम ने दोनों को रंगेहाथ पकड़ लिया। दूसरी अाेर एसडीएम मिश्रा का कहना है कि किसी ने बड़े स्तर पर मेरे खिलाफ साजिश की है। विवेचना के दौरान सच सामने आ जाएगा।
सही कार्रवाई के लिए भी फरियादी से मांगे थे पैसे
बिजावर : लोकायुक्त सागर की टीम ने बिजावर थाना क्षेत्र की खैराकला चौकी प्रभारी एसआई विनोद मीणा को एक किसान से 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। उसे जमानत पर छोड़ दिया गया है। लोकायुक्त पुलिस की टीम प्रभारी एस मंजू ने बताया कि धर्मपुरा गांव निवासी ललितेश नायक ने 19 जुलाई को थाने में शिकायत की थी कि गांव के देवकीनंदन तिवारी ने उसके मकान पर जबरन कब्जा कर ताला डाल दिया है। आरोपी उसकी स्वयं की जमीन पर खेती भी नहीं करने दे रहा है। इस मामले की जांच एसआई विनोद मीणा को सौंपी गई थी। देवकीनंदन के खिलाफ कारवाई करने के लिए चौकी प्रभारी मीणा द्वारा रिश्वत मांगी गई थी। ललितेश नायक ने इसकी शिकायत लोकायुक्त सागर में की थी।
जमानत के लिए रिश्वत लेते पकड़े गए थे
रतलाम: 20 हजार रुपए की रिश्वत लेने वाले तत्कालीन डीएसपी अजाक सीताराम माली को कोर्ट ने चार साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। उन्हें जेल भेज दिया गया है। चिकलाना के राम प्रहलाद पाटीदार के बेटे विकास के खिलाफ वहीं के निवासी दीपक ने मारपीट और जातिसूचक शब्दों का उपयोग करने की रिपोर्ट कालूखेड़ा थाने में 26 नवंबर 2013 को दर्ज करवाई। पुलिस ने प्रकरण अजाक थाना रतलाम भेजा। यहां डीएसपी माली ने जमानत करवाने के नाम पर राम प्रहलाद पाटीदार से रिश्वत मांगी। 17 दिसंबर 2013 को थाने में रिश्वत लेते हुए माली को लोकायुक्त टीम ने गिरफ्तार किया था। मामला भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम विशेष न्यायाधीश की कोर्ट में पेश किया गया था।