भूटान: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दो दिन के दौरे भूटान पहुंचे। थिंपू के पारो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री लोते शेरिंग ने उनका स्वागत किया। मोदी को एयरपोर्ट पर ही गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। यह मोदी का दूसरा भूटान दौरा है। इससे पहले वे 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद पहले विदेशी दौरे पर भूटान गए थे।
दोनों देशों के बीच 10 करार पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। दौरे से पहले मोदी ने कहा कि भूटान के नेतृत्व के साथ बातचीत सार्थक रहेगी और इससे दोनों देशों की मित्रता और मजबूत होगी। दूसरे कार्यकाल के शुरुआत में इस यात्रा से पता चलता है कि भारत अपने पड़ोसी भूटान के साथ संबंधों को कितनी अहमियत देता है।
Prime Minister Narendra Modi receives a Guard of Honour in Paro, Bhutan. He was received by Bhutan Prime Minister Lotay Tshering on his arrival at Paro International Airport. pic.twitter.com/5Xh8tkR7gf
— ANI (@ANI) August 17, 2019
भूटान में छात्रों को संबोधित करेंगे मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं द्विपक्षीय संबंधों के तमाम पहलुओं पर भूटान नरेश, पूर्व नरेश और वहां के प्रधानमंत्री के साथ सार्थक बातचीत को लेकर आशान्वित हूं। साथ ही भूटान के रॉयल विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित करने को लेकर भी उत्सुक हूं। मुझे विश्वास है कि इस यात्रा से भूटान के साथ हमारी मित्रता और मजबूत होगी, जिससे दोनों देशों के बीच समृद्धि और प्रगति का मार्ग प्रशस्त होगा। भारत की ‘पड़ोसी पहले’ की नीति रही है।
5 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे
सूत्रों के मुताबिक, मोदी के दौरे में दोनों देशों के बीच 10 करारों पर दस्तखत होने की संभावना है। 5 परियोजनाओं का उद्घाटन किया जायेगा। मेंगदेछू पनबिजली परियोजना का भी इसी दौरान उद्घाटन किया जा सकता है। मोदी एक कार्यक्रम में भारतीय रूपे कार्ड को भी वहां लॉन्च करेंगे। इससे पहले रूपे कार्ड सिंगापुर में भी लॉन्च किया जा चुका है। प्रधानमंत्री भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक ग्राउंड स्टेशन का उद्घाटन करेंगे।
मोदी भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, पूर्व नरेश जिग्मे सिग्मे वांगचुक और प्रधानमंत्री लोते शेरिंग के साथ मुलाकात करेंगे। वे भूटान के राष्ट्रीय स्मारक पर भी जाएंगे।