नई दिल्ली: चंद्रयान-2 ने चांद की पहली तस्वीर भेजी है. इस तस्वीर को स्पेस एजेंसी इसरों ने ट्वीट करके लोगों साथ साक्षा किया है. चंद्रयान-2 ने 21 अगस्त को सफलतापूर्वक चांद की दूसरी कक्षा में प्रवेश कर लिया है. जिसके बाद चंद्रयान-2 ने लूनर सतह से लगभग 2650 किमी की ऊंचाई से तस्वीर ली है.
Take a look at the first Moon image captured by #Chandrayaan2 #VikramLander taken at a height of about 2650 km from Lunar surface on August 21, 2019.
Mare Orientale basin and Apollo craters are identified in the picture.#ISRO pic.twitter.com/ZEoLnSlATQ
— ISRO (@isro) August 22, 2019
ट्वीट कर इसरो ने बताया कि चंद्रयान-2 द्वारी भेजी गई चांद की तस्वीर में ओरिएंटेल बेसिन और अपोलो क्रेटर्स को पहचाना गया है. तस्वीर में चांद पर दो महत्वपूर्ण जगहों, अपोलो क्रेटर और मेयर ओरिएंटेल को दिखाया गया है. आपको बता दें कि चंद्रयान-2 अभियान के तहत शोधयान विक्रम 7 सिंतबर को चांद की सतह पर उतरेगा.
इसरो ने बुधवार को जानकारी दी थी कि चंद्रयान-2 को चांद की दूसरी कक्षा में पहुंचने में 1,228 सेकेंड लगे. चांद की कक्षा का आकार 118 किलोमीटर गुणा 4,412 किलोमीटर है, जिससे होकर स्पेसक्राफ्ट चांद पर उतरेगा. इससे पहले इसरो ने 4 अगस्त को चंद्रयान-2 की ओर से भेजी गईं पृथ्वी की तस्वीरें शेयर की थीं.
क्यों रात में चमकता है चांद?
जब चांद रात में बादलों से निकलकर नीले आसमान में छा जाता है तो वह काफी खूबसूरत और चमकता हुआ दिखाई देता है. चूंकि चांद की अपनी कोई रोशनी है ऐसे में सवाल है चांद रात में इतना चमकता हुआ कैसे दिखाता है.
चांद पर कोई वातावरण नहीं है. ऐसे में सूर्य की किरणों का अच्छा प्रभाव है. जब रात होती है और चंद्रमा पर सूर्य की किरणें पड़ती है जिससे वह परावर्तित होकर पृथ्वी पर आती है, इसलिए हमें चांद चमकता हुआ दिखता है. चंद्रमा पृथ्वी का उपग्रह होने के कारण आधा ही दिखाई देता है. सूर्य की किरणें इस पर पड़ने के कारण यह हर रोज हमें छोटा और बड़ा दिखाई देता है.
जब पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य के बीच में आती है तब पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है और चंद्रग्रहण हो जाता है.