मॉस्को: भारत ने रूस को एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम के लिए एडवांस पेमेंट कर दिया है। अब भारत को इस सिस्टम की पहली डिलिवरी अगले साल मिल जाएगी। अगले 6 सालों में (2025 तक) रूस भारत को सभी डिफेंस सिस्टम सौंप देगा। रूसी न्यूज एजेंसी ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी।
यह रिपोर्ट भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के हालिया मॉस्को दौरे के बाद सामने आई है। यहां उन्होंने रूसी विदेश मंत्री सर्गेइ लवरोव से मुलाकात की थी। रूस की फेडरल सर्विस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, भारत के साथ एस-400 के एडवांड पेमेंट का मुद्दा सुलझा लिया गया है। हालांकि, बयान में प्रोजेक्ट की तकनीकी जानकारी का खुलासा नहीं किया गया।
एस-400 मिसाइल सिस्टम, एस-300 का अपडेटेड वर्जन है। यह 400 किलोमीटर के दायरे में आने वाली मिसाइलों और पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को भी खत्म कर देगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत और रूस के बीच यह समझौता 5.43 अरब डॉलर (करीब 39 हजार करोड़ रुपए) में की थी।
एस-400 डिफेंस सिस्टम एक तरह से मिसाइल शील्ड का काम करेगा, जो पाकिस्तान और चीन की एटमी क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइलों से भारत को सुरक्षा देगा। यह सिस्टम एक बार में 72 मिसाइल दाग सकता है। यह सिस्टम अमेरिका के सबसे एडवांस्ड फाइटर जेट एफ-35 को भी गिरा सकता है। वहीं, 36 परमाणु क्षमता वाली मिसाइलों को एकसाथ नष्ट कर सकता है। चीन के बाद इस डिफेंस सिस्टम को खरीदने वाला भारत दूसरा देश है।