पानीपत : हरियाणा में विधानसभा चुनाव आते ही जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख बाबा राम रहीम और रामपाल ने अपनी आईटी टीमों को सोशल मीडिया पर सक्रिय कर दिया है। इसका मकसद अपने समर्थकों की तादाद बढ़ाने के साथ वजूद को बचाए रखना है। इसलिए दोनों अपने प्रचार के जरिए लोगों को खासकर युवाओं को जोड़कर राजनीतिक पार्टियों को अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं। बाबा राम रहीम और रामपाल की टीमें सोशल मीडिया पर इनकी इमेज फिर से बना रही हैं और पाक साफ बताने की जा कोशिश कर रही हैं। यह संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि इन्हें फंसाया गया।
दो महिलाओं के साथ दुष्कर्म का दोषी राम रहीम रोहतक जेल में बंद है। वहीं, सतलोक आश्रम के प्रमुख रामपाल हिसार सेंट्रल जेल में बंद है। इसे भी चार महिलाओं और एक बच्चे की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
दोनों बाबाओं की आईटी टीमें दिन के सबसे चर्चित पोस्ट पर नजर रखती हैं। इसके अलावा, बड़ी हस्तियों, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की पोस्ट को भी देखा जाता है। इसमें कमेंट से लेकर रीट्वीट के माध्यम से ऐसी पोस्ट और वीडियो डाले जाते हैं, जिसमें दिखाया जाता है कि बाबा अब तक क्या-क्या चमत्कार कर चुके हैं और उन्हें किस तरह निर्दोष होते हुए भी फंसाया गया है। फिर इन्हें ज्यादा से ज्यादा लोगों और अपने समर्थकों तक फैलाया जाता है।
भाजपा और कांग्रेस की आईटी टीमों की तरह काम करती हैं
इनका आईटी सेल भाजपा और कांग्रेस की आईटी टीमों की तरह काम करता है। इसके लिए बकायदा आईटी विशेषज्ञ रखे गए हैं, जिन्हें भारी भरकम सैलरी तक दी जाती है। इनका काम है कि हर रोज के चर्चित ट्वीट, पोस्ट या ट्रेंड को फॉलो करके उसमें अपनी पोस्ट या कमेंट डालना।
इसके अलावा, हर रोज अलग-अलग नामों से हैशटैग चलाकर यह बताना कि कैसे सरकार ने बाबा के साथ गलत किया। चुनाव की घोषणा से अब तक करीब 10 दिन के अंदर ही राम रहीम के नाम से 30 हैशटैग ट्रेंड करवाए जा चुके हैं। राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। मतगणना 24 अक्टूबर को होगी।
पिछले चुनावों में डेरा सच्चा सौदा का असर
ऐसा कहा जाता है कि पंजाब और हरियाणा में राम रहीम के 50 लाख से ज्यादा समर्थक हैं। हरियाणा के नौ जिलों की करीब 30 सीटों पर बाबा कथित तौर पर नतीजे प्रभावित करता रहा है। पिछले चुनाव में डेरा ने बीजेपी का समर्थन किया था। उसे 12 सीटों पर जीत मिली थीं। इससे पहले डेरा इंडियन नेशनल लोकदल और कांग्रेस की जीत में अहम भूमिका अदा कर चुका है।