भोपाल : कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधा। जहां सिंह ने कहा कि जिस दिन भागवत एकता का संदेश देना शुरू कर देंगे, उस दिन से हमारी पार्टी का संघ से सभी मतभेद भी खत्म हो जाएगा। वहीं, ओवैसी ने कहा कि भागवत को न तो संविधान पर भरोसा है और न ही संविधान निर्माता बीआर अंबेडकर पर।
दिग्विजय ने संवाददाताओं से यहां कहा कि जिस दिन से वे (संघ) प्यार और गांधीजी के संदेश पर चलने का फैसला करेंगे, मॉब लिंचिंग और नफरत भी खत्म हो जाएगी।
महाराष्ट्र के जालना जिले में चुनावी रैली में ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम, दलित और यहां तक कि हिंदू भी मॉब लिंचिंग की घटनाओं का शिकार हुए हैं। लिंचिंग करने वाले अपराधी महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के वंशज हैं। हैदराबाद के सांसद ने तत्कालिन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद नई दिल्ली में हुए 1984 के सिख विरोधी दंगे और 2002 के गुजरात दंगे को भी मॉब लिंचिंग की घटना बताया। देश में किसान आत्महत्या, बेरोजगारी, महंगाई की समस्या है। लेकिन, भाजपा अनुच्छेद 370, पाकिस्तान और हिंदू-मुस्लिम जैसे भावनात्मक मुद्दों को उठाने में व्यस्त है।