नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मालदीव की यात्रा पर रवाना हो गए। वे आज शाम वहां के नए राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के शपथ समारोह में शामिल होंगे। सोलिह के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद मोदी ने उन्हें फोन कर बधाई भी दी थी। पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के चीन की ओर झुकाव से भारत की चिंता बढ़ी हुई थी। अब प्रधानमंत्री मोदी का मालदीव दौरा पड़ोसी देश के साथ भारत के संबंधों में सुधार का संकेत है। नए राष्ट्रपति सोलिह को चीन के कर्ज से उबरने के लिए भारत और अमेरिका से मदद मिलने की उम्मीद है।
सोलिह का शपथ समारोह राजधानी माले के स्टेडियम में होगा। इसमें चीन के संस्कृति और पर्यटन मंत्री लू शुगांग भी शामिल होंगे। बीते कुछ साल में भारत-मालदीव के रिश्तों में काफी उतार-चढ़ाव देखे गए। पिछले राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने भारत का साथ छोड़कर चीन से करीबी रिश्ते बना लिए थे। चीन ने कूटनीति के तहत मालदीव को विकास के नाम पर कर्ज दिया। इसके बाद भारत के आसपास हिंद महासागर में अपनी गतिविधियां बढ़ना शुरू कर दिया था।