मुंबई. देश की बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस के मैनेजमेंट पर गंभीर आरोप लगे हैं. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कंपनी ने अपना मुनाफा और आमदनी बढ़ाने के लिए अनैतिक कदम उठाए हैं. इस पूरे मामले को लेकर एक ग्रुप ने इन्फोसिस के बोर्ड को चिट्ठी लिखकर इसकी जानकारी दी है. पहले से ही ‘अनैतिक व्यवहार’ के आरोप झेल रही इन्फोसिस के निवेशक कानूनी लड़ाई लड़ने के मूड में हैं. इस बीच, इन्फोसिस के शेयर में भी गिरावट का सिलसिला जारी है.
सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन शुरुआती कारोबार में इन्फोसिस के शेयर करीब 2 फीसदी लुढ़क गए. इससे पहले मंगलवार को इन्फोसिस के शेयर में करीब 17 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. इस वजह से सिर्फ एक दिन में कंपनी के निवेशकों को 55 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक इस लॉ फर्म ने कहा है कि वह कंपनी पर भ्रामक सूचना देने के आरोप के चलते इन्फोसिस लिमिटेड के शेयरों में निवेश करने वालों के दावे की संभावनाओं का जायजा ले रही है. अगर ऐसा होता है तो कंपनी का संकट बढ़ सकता है. यहां बता दें कि इन्फोसिस अमेरिकी शेयर बजार में भी लिस्टेड है.
दरअसल, आईटी कंपनी इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख और सीएफओ निलांजन रॉय पर कई गड़बड़ी आरोप लगे हैं. हाल ही में व्हिसलब्लोअर के एक समूह ने इन दोनों पर कम समय में आय और लाभ बढ़ाने के लिए ‘अनैतिक व्यवहारों’ में लिप्त होने की शिकायत की है. इस समूह का दावा है कि आरोपों को साबित करने के लिए ईमेल और वॉयस रिकॉर्डिंग भी मौजूद हैं. इस बीच, कंपनी की ओर से कहा गया है कि हम मामले की जांच कर रहे हैं.
बुधवार के शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव देखने को मिला. सुबह 9.40 बजे सेंसेक्स 5 अंक की मामूली बढ़त के साथ 39 हजार 970 के स्तर पर कारोबार रहा था. इसी तरह निफ्टी करीब 3 अंक के नुकसान के साथ 11 हजार 585 के नीचे कारोबार करता दिखा. बता दें कि मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार की लगातार 6 दिन की बढ़त पर ब्रेक लग गया. सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सेंसेक्स 334.54 अंक (0.85 फीसदी) टूटकर 38,963 अंक पर रहा जबकि निफ्टी 73.50 (0.63 फीसदी ) अंक लुढ़क कर 11 हजार 588 के स्तर पर पहुंच गया.