महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताना बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को महंगा पड़ गया. संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति से निकाल दिया है. इसके साथ ही सत्र के दौरान होने वाले बीजेपी संसदीय दल की बैठकों में भी साध्वी प्रज्ञा को नहीं आने का फरमान सुनाया गया है.
सूत्रों के हवाले से खबर हैं कि साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ पार्टी की अनुशासन समिति बड़ी कार्यवाही करेगी. उन्हें पार्टी से निष्कासित भी किया जा सकता है. बीजेपी के कार्यवाहक अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि संसद में कल का उनका बयान निंदनीय है. बीजेपी कभी भी इस तरह के बयान या विचारधारा का समर्थन नहीं करती है.
BJP Working President J P Nadda to ANI: We have decided that Pragya Singh Thakur will be removed from the consultative committee of defence, and in this session she will not be allowed to participate in the parliamentary party meetings. https://t.co/GnFhC66p7X
— ANI (@ANI) November 28, 2019
लोकसभा में जब एसपीजी अमेंडमेंट बिल पर चर्चा के दौरान डीएमके के सांसद ए. राजा गोडसे के एक बयान का हवाला दे रहे थे कि उसने महात्मा गांधी को क्यों मारा तो साध्वी प्रज्ञा ने उन्हें टोक दिया. साध्वी ने कहा, ‘आप एक देशभक्त का उदाहरण नहीं दे सकते.’ हालांकि, प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान को लोकसभा के रिकॉर्ड से हटा दिया गया.
ये कोई पहली बार नहीं कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया हो. लोकसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था. प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान पर पीएम मोदी ने भी नाराजगी जताई थी. पीएम ने कहा था कि भले ही इस मामले में साध्वी प्रज्ञा ने माफी मांग ली हो, लेकिन मैं अपने मन से उन्हें कभी भी माफ नहीं कर पाऊंगा.
प्रज्ञा ठाकुर ने किया अपने बयान का बचाव
भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कल संसद में अपनी कथित नाथूराम गोडसे को देशभक्त वाली टिप्पणी को लेकर ट्वीट किया है। ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा है कि उसे गलत तरीके से पेश किया गया था और वह स्वतंत्रता सेनानी उधम सिंह का जिक्र कर रही थी।
BJP MP Pragya Singh Thakur tweets over her reported remark in Parliament yesterday, referring to Nathuram Godse as a ‘deshbhakt’. She says that she was misquoted and that she was referring to freedom fighter Udham Singh. pic.twitter.com/PaKtUC0Jlp
— ANI (@ANI) November 28, 2019