15 महीनों से नियुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे 2719 उम्मीदवारों का सब्र का बांध टूट सा गया है। 24 नवंबर को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मभूमि महू से पद यात्रा (संविधान रक्षा यात्रा) शुरू हुई और शनिवार को भोपाल पहुंची। शनिवार को यात्रा में शामिल लोगों को शहर में प्रवेश नहीं करने दिया गया था। रविवार को यात्रा शामिल लोग शहर में प्रवेश कर गए और नीलम पार्क में जम गए। शनिवार को जहां 27 लोगों ने मुंडन कराया था, वहीं आज भी ये लोग मुंडन करा रहे हैं। इनमें कई महिलाएं भी शामिल हैं।
उच्च शिक्षा विभाग के सरकारी कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 9037 में से 4727 पद खाली हैं। इनमें से करीब 3379 पदों पर भर्ती के लिए विभाग की डिमांड पर मप्र लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) ने ऑनलाइन परीक्षा आयोजित कर लगभग 2719 उम्मीदवारों का चयन किया। यह उम्मीदवार पिछले 15 महीनों से नियुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं। दोपहर 2 बजे इन्हें पुलिस ने राजधानी में प्रवेश नहीं करने दिया। इन उम्मीदवारों को भैंसाखेड़ी के पास ही रोक दिया गया।
इस यात्रा में लगभग 1500 उम्मीदवार शामिल हैं। कईयों के परिजन भी इसमें हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं। कई उम्मीदवारों के पैर में छाले पड़ गए हैं। अब तक 100 से अधिक उम्मीदवार मुंडन करा चुके हैं। उम्मीदवारों का मुंडन करने वाले व्यक्ति भी पीएससी से फिजिक्स विषय में चयनित उम्मीदवार सागर सेन हैं। इन्होंने राज्य स्तरीय पाक्षता परीक्षा (सेट) क्वालिफाई किया है। इस पदयात्रा के दौरान इन्होंने भीख मांगकर पैट भरा। उम्मीदवारों का कहना है कि प्रदेश में उच्च शिक्षा के हाल बेहाल हैं। इसके बाद भी लगातार आश्वासन मिलते रहे।