दावोस : अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने चालू वित्त वर्ष (2019-20) में भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 1.3% घटाकर 4.8% कर दिया है। अक्टूबर में 6.1% का अनुमान जारी किया था। आईएमएफ लगातार 9वीं एजेंसी है जिसने जीडीपी (GDP) ग्रोथ का अनुमान कम किया है। एसबीआई (SBI) और फिच (Fitch) के 4.6% के अनुमान के बाद आईएमएफ का अनुमान सबसे कम है। उसने नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल सेक्टर के आर्थिक संकट और ग्रामीण आय में सुस्ती जैसी वजहों से अनुमान कम किया है। भारत की ग्रोथ के अनुमान में इतनी कमी होने से दुनिया की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान भी प्रभावित हुआ है। आईएमएफ ने 2019 में ग्लोबल ग्रोथ का अनुमान 3% से घटाकर 2.9% कर दिया है।
In this update to the #WEO, we project global growth to increase modestly from 2.9% in 2019 to 3.3% in 2020 and 3.4% in 2021. Check out the latest projections. https://t.co/WBs8djIaIZ pic.twitter.com/YgJlXS2afe
— IMF (@IMFNews) January 20, 2020
अगले वित्त वर्ष में ग्रोथ रेट बढ़ने की उम्मीद, लेकिन पिछले अनुमान से कम
आईएमएफ के मुताबिक अगले वित्त वर्ष (2020-21) में भारत की ग्रोथ 5.8% रहने की उम्मीद है। मौद्रिक नीति और अर्थव्यवस्था में सुधार के सरकार के प्रयासों की वजह से अगले वित्त वर्ष में ग्रोथ बढ़ेगी। हालांकि 5.8% ग्रोथ का अनुमान भी पिछले अनुमान (7.4%) के मुकाबले 0.9% कम है। 2018-19 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.8% रही। यह 5 साल में सबसे कम थी। पिछले साल जुलाई-सितंबर तिमाही में ग्रोथ सिर्फ 4.5% रह गई। यह 26 तिमाही में सबसे कम थी।
आईएमएफ के मुताबिक चीन की ग्रोथ 2020 में 6% और 2021 में 5.8% रहने का अनुमान है। आईएमएफ की चीफ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ (gita gopinath) के मुताबिक अर्जेंटीना, ईरान, तुर्की के आर्थिक संकट और ब्राजील, भारत और मैक्सिको जैसे देशों के कमजोर प्रदर्शन की वजह से इस साल ग्लोबल ग्रोथ को लेकर अनिश्चितता की स्थिति रहेगी।
On Monday, January 20 at 8:00am EST, IMF Chief Economist @GitaGopinath will present the January 2020 update on the World Economic Outlook, with opening remarks by Managing Director @KGeorgieva. https://t.co/pZuVGyXqDX #WEO https://t.co/r2uglkFkJP
— IMF (@IMFNews) January 18, 2020