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मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से 24 मार्च तक राजधानी भोपाल लॉकडाउन, सीमाएं सील हुईं

भोपाल: कोरोनावायरस के चलते मध्य प्रदेश में भी स्थिति खराब होती जा रही है। एक पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद राजधानी भोपाल को 24 मार्च तक लॉकडाउन कर दिया गया है। शहर की सीमाएं सील कर दी गई हैं। इससे पहले प्रदेश के 8 जिलों जबलपुर, नरसिंहपुर, बालाघाट, सिवनी, रीवा, छिंदवाड़ा, ग्वालियर और बैतूल को लॉकडाउन किया गया था। प्रदेश के 9 जिले लॉकडाउन (Lockdown)हो चुके हैं। रविवार सुबह भोपाल के राजाभोज एयरपोर्ट पर एयर इंडिया की फ्लाइट से दिल्ली से भोपाल आई एक युवती में कोरोनावायरस के प्रारंभिक लक्षण पाए गए। शुरुआती जांच के बाद युवती को जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

युवती के अलावा विमान में उसके आसपास बैठे 6 अन्य यात्रियों को भी आइसोलेट किया गया है। युवती की जांच के बाद पूरे प्लेन को सैनिटाइज किया गया। इसके चलते विमान ने करीब 45 मिनट की देरी से पुणे के लिए उड़ान भरी। भोपाल में कोरोना संदिग्ध मिलने के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी से पूरे मामले की जानकारी ली है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भोपाल को लॉकडाउन करने के चर्चा की है। रविवार शाम तक आदेश जारी हो सकता हैं। कमलनाथ ने कहा कि कोरोना (Corona virus) से लोगों को बचाने के लिए किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए।

नरसिंहपुर में 14 दिन का लॉकडाउन

जबलपुर संभाग के नरसिंहपुर में 14 दिन का लॉकडाउन किया गया है। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया, ‘‘किसी भी व्यक्ति को अपने घर से निकलने की इजाजत नहीं होगी। जिले की सीमा में बाहरी लोगों का आना और यहां के लोगों के बाहर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।’’ प्रदेश के कुछ जिलों में धारा 144 लागू है। वहीं, छतरपुर में भी एक युवक पर विदेश से वापस आने की जानकारी छिपाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। यहां के आलोक बनर्जी कुछ दिन पहले थाईलैंड से वापस आए थे। उन्हें सर्दी और बुखार है। आलोक के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। फिलहाल उन्हें घर में ही क्वारैंटाइन किया गया है। उधर, जयपुर की एक फैक्ट्री का मजदूर मुरैना पहुंचा, उसे संदिग्ध मान आइसोलेट किया गया। बताया जा रहा है कि जिस फैक्ट्री में मजदूर काम करता था, वहां कुछ दिन पहले इटली से इंजीनियर आए थे।

मुरैना में डॉक्टर को घर में ही किया आईसोलेट

शहर में ऑस्ट्रिया से लौटे ऑर्थोपीडिक सर्जन डॉ. राकेश गुप्ता ने सेल्फ क्वारैंटाइन के बजाय नर्सिंग होम चालू कर मरीजों का इलाज शुरू कर दिया। इसकी जानकारी लगते ही एसडीएम आरएस वाकना के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर पहुंचकर डॉक्टर और परिजन से चर्चा की और डॉक्टर को घर में ही आइसोलेट किया। डॉक्टर की इस गंभीर लापरवाही पर उनके नर्सिंग होम से मरीजों की छुट्टी करवाकर सील कर दिया। वहीं, कलेक्टर प्रियंका दास ने डॉ. गुप्ता को दिए नोटिस में कहा कि जवाब संतोषप्रद न होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इधर, देश-विदेश से घूमकर आए जिलेभर के 19 लोगों को घर में ही आइसोलेट किया गया है।

शहर में रहने वाले एक अन्य डॉक्टर फैमिली ने भी खुद को ऐहतियात के तौर पर घर में ही आइसोलेट किया है। हालांकि, यह डॉक्टर फैमिली विदेश नहीं, सिर्फ देश में पर्यटक स्थलों पर पहुंचे थे। फिर भी उन्होंने ऐहतियातन 14 दिन के लिए अलग-थलग कर लिया है।

जबलपुर में 4 संक्रमित मिले थे

भोपाल में अब तक कोरोना के पांच मामले सामने आ चुके हैं। जबलपुर में जो चार व्यक्ति कोरोना से संक्रमित पाए गए, उनमें से तीन एक ही परिवार के हैं। ये लोग हाल ही में दुबई से लौटे थे। इसके अलावा एक छात्र जर्मनी से आया था। चारों को एक अस्पताल में आइसोलेशन में रखकर उनका इलाज किया जा रहा है। उनकी हालत स्थिर बताई गई। सभी की उम्र 45 साल से कम है। कोरोनावायरस फैल नहीं पाए, इसके लिए सभी ऐहतियातन उपाय युद्धस्तर पर किए जा रहे हैं। इसके अलावा कोरोना से पीड़ित एक ही परिवार के तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। आरोप है कि इन्होंने विदेश से लौटने के बाद जानकारी छिपाने का प्रयास किया।

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