इंदौर : कोरोना जांच के लिए गए स्वास्थ्य कर्मचारियों से बुधवार को अभद्रता और पथराव की घटना पर गुरुवार काे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। मानवता को बचाने के लिए आपके काम में बाधा डालने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा- ‘ये सिर्फ एक ट्वीट नहीं है। ये कड़ी चेतावनी है…. मानवाधिकार सिर्फ मानवों के लिए होते हैं। वहीं, इंदौर कलेक्टर ने कहा- ऐसी घटना को अंजाम देने वालों पर ऐसी कार्रवाई की जा रही है कि आगे से कोई ऐसा करने से पहले सोचेगा।
मुख्यमंत्री (CM Shivraj Singh) ने तीन ट्वीट कर चेतावनी दी…
- कोविड -19 के खिलाफ युद्ध लड़ने वाले मेरे सभी डॉक्टर्स, नर्सेज़, पैरामेडिकल स्टाफ, एएनएम, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और नगरीय निकाय कर्मचारी, आप कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखें, आपकी संपूर्ण सुरक्षा की जिम्मेदारी मेरी है। मैं आपकी कर्तव्यनिष्ठा को प्रणाम करता हूं।
- इंदौर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में शामिल अराजकतत्वों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा। पीड़ित मानवता को बचाने के आपके कार्य में कोई भी बाधा डालेगा तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- ये सिर्फ एक ट्वीट नहीं है। ये कड़ी चेतावनी है… मानवाधिकार सिर्फ मानवों के लिए होते ह.
यह है मामला
छत्रीपुरा टीआई के अनुसार, घटना बुधवार दोपहर सवा बजे टाटपट्टी बाखल में हुई थी। सिलावटपुरा में एक कोरोना पॉजिटिव की मौत के बाद यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम स्क्रीनिंग कर रही थी। इसी दौरान यहां लोगों ने पथराव कर दिया था। स्वास्थ्य विभाग की एक महिलाकर्मी ने पुलिस को बताया कि बुधवार को एक पॉजिटिव के कॉन्टेक्ट की हिस्ट्री मिली थी। वे उसे देखने के लिए वहां गए थे। टीम ने जैसे ही उसके बारे में पूछना शुरू किया तो सामने से आए कुछ उपद्रवियों ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। टीम कुछ समझ पाती, इसके पहले ही चेहरे पर रूमाल बांधकर कई लोग आ गए और चिल्लाते हुए पत्थर मारने लगे। इससे बचने के लिए महिलाएं और पुरुष स्वास्थ्यकर्मी और डॉक्टर अपनी कारों की तरफ भागे। पता चला है कि उनके साथ एक तहसीलदार भी मौजूद थे। उपद्रवी पथराव करते हुए गली से मेन रोड की तरफ भागे। स्वास्थ्यकर्मी कार से सीधे थाने की तरफ भागे।