कोरोना (Corona) के दौर में विदेश से लौटे हजारों लोगों ने सही जानकारी नहीं दी। ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन (Bureau of immigration) में किसी ने अपने आधार कार्ड (Aadhar card) का नंबर गलत बताया तो किसी ने अपने पासपोर्ट का नंबर गलत बता दिया, इससे पुलिस प्रशासन को ऐसे लोगों को तलाशने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हरियाणा व पंजाब के ऐसे करीब 7000 लोगों की डिटेल खंगाली जा चुकी है, जो गलत जानकारी दे रहे हैं।
रीजनल पासपोर्ट ऑफिस चंडीगढ़ में इनका रिकॉर्ड दोनों प्रदेशों की पुलिस ने चेक किया है, जिसमें चौकाने वाली बात सामने आई है। अब इन लोगों पर एफआईआर होगी। साथ ही इनके पासपोर्ट भी रद्द किए जाएंगे। रोज दो दर्जन से अधिक ऐसे मामलों की जांच करने के लिए पुलिस पासपोर्ट ऑफिस पहुंच रही है, पूरी जानकारी ऑफिस की ओर से मुहैया कराई जा रही है। खास बात यह है कि इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, भले ही इनकी संख्या कम है।
यूं हो रहा है खुलासा
रीजनल पासपोर्ट ऑफिस चंडीगढ़ में आने वाले पुलिस कर्मियों के पास पहले ही समय की कमी है, क्योंकि उन्हें अपने सूबों में सुरक्षा व्यवस्था भी संभालनी है। पंजाब-हरियाणा (Punjab-Haryana)में इनकी संख्या हजारों में बताई जा रही है। जब ये विदेश से लौटे और इनसे पूरी जानकारी का पता लगाना चाहा तो जांच से बचने के लिए काफी लोगों ने अपने एड्रेस, आधार कार्ड नंबर व पासपोर्ट नंबर (Passport Number) गलत बता दिए। इससे इन लोगों को ट्रेस करने में भारी परेशानी हुई।
7000 केसों की हुई जांच रीजनल आफिस चंडीगढ़ के पासपोर्ट अधिकारी शिवांस कविराज ने कहा कि पासपोर्ट ऑफिस (Passport office) में ऐसे करीब सात हजार केसों की जांच हो चुकी है। ये आंकड़े सात हजार से बढ़ भी सकता है। क्योंकि करीब दो दर्जन से अधिक फाइलें रोजाना खंगाली जा रही हैं। साथ ही जो जानकारी इन्होंने पहले दी और पासपोर्ट में जो है, दोनों का मिलान किया जा रहा है। इसमें बड़ा अंतर सामने आया है।