देश के दो सबसे बड़े प्रतियोगी प्रवेश परीक्षा जेईई मेन और नीट मेडिकल को लेकर सीबीआइ ने कई बड़े खुलासे हाल के दिनों में की है। इसे लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी कठघरे में आ चुकी है। अब यह सवाल उठने लगा है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का क्या कोई कर्मचारी इस पूरे प्रकरण में शामिल है। अगली बार फिर से ऐसा नहीं होगा इसकी भी गारंटी नहीं है। एनटीए को इस तरह के कई सवालों का जवाब देना अब भी बाकी है।
नीट पास कराने को लिए गए 50-50 लाख रुपए
सीबीआइ ने दावा किया है नीट परीक्षा को पास कराने के लिए नागपुर की एक कंपनी ने 50-50 लाख रुपए लिए थे। इससे पहले इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा जेईई मेन को लेकर सीबाआइ की दबिश जमशेदपुर से लेकर हरियाणा तक हो चुकी है। मामले में छह लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। नीट मेडिकल में भी गड़बड़ी के मामले में सीबीआई ने चार स्थानों पर छापे मारे तथा छह छात्र सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया था। जेईई मेन का सॉल्वर जमशेदपुर के रंजीत शर्मा का सीबीआई को अब भी तलाश है।