सरकार ने गुरुवार को घोषणा की है कि अगले साल से देश के कई एयरपोर्ट पर फेशियल रिकग्निशन यानी चेहरे से पहचान की व्यवस्था शुरू की जाएगी. इसका मतलब यह है कि यह व्यवस्था शुरू होने के बाद लोगों को बोर्डिंग पास और कोई भौतिक पहचानपत्र साथ ले जाने की जरूरत नहीं होगी.
एयरपोर्ट के एंट्री, चेक-इन और विमान में सवार होने के दौरान चेकिंग सिर्फ फेशियल रिकग्निशन व्यवस्था से होगी और यात्रियों की अपने आप पहचान हो जाएगी. ‘डिजी यात्रा’ नाम के इस कार्यक्रम से बैगेज के भी अपने आप पहुंच जाने की सुविधा रहेगी.
केंद्रीय सिविल एविएशन मंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया, ‘डिजी यात्रा काफी आगे की सोच है. यह तकनीक पर आधारित है और भविष्य का एक एक्सपीरियंस है. इससे बोर्डिंग पास पर कई जगह मुहर लगाने, कई जगह सुरक्षा जांच जैसी जरूरत खत्म हो जाएगी.’