विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सरकार ने पुजारियों को साधने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को शासन द्वारा संधारित मंदिरों के पुजारियों का मानदेय तीन गुना बढ़ाने की घोषणा की। कम आय वाले पुजारियों को भी संबल योजना का लाभ मिलेगा।
चौहान ने ब्राह्मण समाज और पुजारी महासंघ के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा के दौरान यह घोषणाएं की। इससे प्रदेश के करीब 52 हजार पुजारियों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि जिन मंदिरों के पास 10 एकड़ कृषि भूमि है, उसमें कृषि कार्य पुजारी स्वयं कर सकेंगे। वे इससे होने वाली आय से जीविकोपार्जन करेंगे।
मंदिरों की 10 एकड़ से ज्यादा कृषि भूमि की नीलामी पुजारी स्वयं कलेक्टर के प्रतिनिधि के मार्गदर्शन में कर सकेंगे। पुजारियों ने अपनी समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत करवाया। यह भी तय हुआ कि मंदिरों में पुजारियों की नियुक्ति और उन्हें पृथक करने का अधिकार ग्रामसभा के बजाय अब अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के पास होगा।