रायपुर: 15 साल तक सत्ता में रहे मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपनी पार्टी की हार को देखते हुए इस्तीफा राज्यपाल को भेज दिया है. उन्होंने कहा कि यह चुनाव मेरे नेतृत्व में लड़ा गया था और अब इस हार के लिए अपनी जिम्मेदारी लेता हूं. लोगों के हित के लिए हम काम करते रहेंगे.
छत्तीसगढ़ के अब तक के रुझानों में कांग्रेस दो-तिहाई बहुमत से भी आगे जाती दिख रही है. हालांकि 90 सीटों के रुझान में बीजेपी की सीट लगातार घटती जा रही हैं. अब फिलहाल वह 18 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 63 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. वहीं, अन्य 9 सीटों पर आगे चल रहे हैं.
राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी करुणा शुक्ला से 1 हजार वोटों से पीछे चलने के बाद फिर से बढ़त बना ली है और 6,763 मतों से आगे चल रहे हैं. करुणा अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी हैं और रमन सिंह को कड़ी टक्कर दे रही हैं.
रमनसिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी को राज्य की सेवा करने का 15 साल अवसर मिला। इसके लिए वे राज्य की ढाई करोड़ जनता को धन्यवाद देते हैं। उनसे जो संभव और श्रेष्ठ हो सका वह उन्होंने राज्य के विकास के लिए किया।
रमन सिंह ने कहा कि यदि पहले उन्हें राज्य में पार्टी की जीत का श्रेय मिला तो अब पराजय की नैतिक जिम्मेदारी भी उनकी है। वे निश्चित रुप से यह जिम्मेदारी लेते हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया है।
रमन सिंह ने सवालों पर कहा कि अब उनकी पार्टी राज्य विधानसभा में सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाएगी। जितनी प्रखरता और मजबूती के साथ उन्होंने जनता की सेवा की है उतनी ही मजबूती के साथ वे अब विपक्ष की नई भूमिका में रहेंगे। उन्होंने राज्य की जनता और प्रशासन का धन्यवाद अदा करते हुए कहा कि वे इससे जीवन भर उॠण नहीं हो सकते
Outgoing Chhattisgarh CM Raman Singh: I have tendered my resignation to the Governor. #AssemblyElectionResults2018 pic.twitter.com/6X84HXuIeq
— ANI (@ANI) December 11, 2018
पार्टी के चुनाव समिति के जिम्मेदार लोगों के साथ वरिष्ठ नेताओं की बैठक में विश्लेषण होगा। राज्य में दोहरी एंटी इंकंबेंसी के सवाल पर रमन का कहना था कि यह चुनाव राज्य सरकार की नीतियों पर लड़ा गया। यह दिल्ली सरकार के खिलाफ जनादेश नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब जनता से किए गए वादों को पूरा करे।