इकोनॉमी के सामने खड़ी कई चुनौतियों के बावजूद शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. ऐसा माना जा रहा था कि गिरते रुपये और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के दबाव में आकर केंद्रीय बैंक रेपो रेट में बढ़ोतरी करेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है.
इस तरह आरबीआई ने रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखा है. इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान जीडीपी के 7.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है.
मौद्रिक नीति समिति के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही में महंगाई 4.5 फीसदी के करीब रहने का अनुमान है. वहीं, चौथी तिमाही में यह 4.5 फीसदी रहने का अनुमान है.
मौद्रिक नीति समिति के मुताबिक रिवर्स रेपो रेट 6.25 फीसदी रहने का अनुमान है.
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने कहा कि रियल टर्म्स में रुपये में गिरावट 5 फीसदी के आसपास रही है. उन्होंने कहा कि दूसरी इमरजिंग इकोनॉमी के मुकाबले रुपये में गिरावट कम रही है.