भुवनेश्वर: भुवनेश्वर में खेले जा रहे 14वें हॉकी विश्व के क्वार्टरफाइनल में हॉलैंड ने मेजबान भारत को 2-1 से हराकर प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. कलिंगा स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में बेहतरीन हॉकी का प्रदर्शन हुआ. मुकाबला तीसरे क्वार्टर तक 1-1 की बराबरी पर था, लेकिन चौथे और आखिरी क्वार्टर में हॉलैंड ने निर्णायक गोल दागते हुए 2-1 की बढ़त बना ली, जिसे भारत मैच खत्म होने तक उतारने में नाकाम रहा. और इस तरह साल 1975 के बाद एक बार फिर से अपनी टीम को सेमीफाइनल में खेलते देखने का करोड़ों भारतीय हॉकीप्रेमियों का सपना चूर हो गया.
Winning vs losing.
Great game between these two teams, so close in every way but there has to be a winner! @oranjehockey @hockey_nl @TheHockeyIndia
📸FIH/@GettySport pic.twitter.com/3IukcPzhu6— International Hockey Federation (@FIH_Hockey) December 13, 2018
भारत के लिए जहां एकमात्र गोल खेल के 12वें मिनट में आकाशदीप ने किया, तो विजेता टीम के लिए ये गोल 15वें मिनट में थिएरी ब्रिंकमैन और 50वें मिनट में वॉन डेर वीरडेन ने पेनल्टी कॉर्नर के जरिए किया. भारत के सुरेंद्र कुमार को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला, लेकिन दर्शक दीर्घा में हजारों भारतीयों की आंखें तब और नम हो गईं, जब कुछ भारतीय खिलाड़ी मैदान पर ही फफक पड़े.
दोनों ही टीमें शुरुआत से ही आक्रामक मूड में दिखाई पड़ रही हैं. भारतीय टीम रैंकिंग में अपने से एक पायदान ऊपर नीदलैंड के खिलाफ साल 1975 में हुए विश्व कप के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचने के सपने के साथ मैदान पर उतरी थी. बारतीयों ने मैच के पहले हॉफ तक बेहतरीन हॉकी खेली. लेकिन स्टेडियम में जमा हजारों दर्शकों के समर्थन के बावजूद खेल के दूसरे हॉफ के दोनों क्वार्टरों में खिलाड़ी शुरुआती स्तर को बरकरार नहीं रख सके.