मध्यप्रदेश/भोपाल: मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि किसानों को मजबूत किये बिना मध्यप्रदेश की कृषि आधारित अर्थ-व्यवस्था मजबूत नहीं हो सकती। कृषि क्षेत्र अर्थ-व्यवस्था की नींव है। आज यहां ‘जय किसान फसल ऋण माफी योजना” का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना से प्रदेश के 55 लाख किसानों को ऋण माफी का लाभ मिलेगा। इन किसानों के 50 हजार करोड़ रूपये के फसल ऋण माफ हो जायेंगे।
मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था की नींव कृषि क्षेत्र है। हमने किसानों को कर्ज माफी का वचन दिया था जिसकी शुरूआत हो गई है। ये किसानों के लिए तोहफा नहीं बल्कि उनकी आर्थिक मजबूती के लिए एक निवेश है- श्री कमल नाथ, मुख्यमंत्री@JansamparkMP pic.twitter.com/0fLEfj59aI
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) January 16, 2019
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना मध्यप्रदेश के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगी।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने भोपाल में जय किसान ऋण मुक्त योजना की आवेदन प्रक्रिया का किया शुभारंभ। सीएम ने कहा कि यह एक अभिनव योजना है। किसान अर्थव्यवस्था की नींव है। उसे मजबूत करना ही होगा। किसानों को सशक्त करना हमारी प्राथमिकता है। pic.twitter.com/4UVEW3Gb1J
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श्री कमल नाथ ने स्थानीय पलाश होटल परिसर से योजना की शुरूआत की। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में ऋण माफी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उन्होंने प्रतीक स्वरूप दस किसानों से ऋण मुक्ति आवेदन भरवाये और प्राप्त किये। आगामी पांच फरवरी तक पूरे प्रदेश में यह प्रक्रिया पूरी हो जायेगी।
प्रदेश की अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर है। अर्थव्यवस्था की नींव किसान ही है।किसानों को सशक्त बनाना है। इस ऋण माफी योजना से प्रदेश के 55 लाख किसानो को लाभ मिलेगा। 50,000 करोड़ रु का फसल ऋण माफ़ होगा। pic.twitter.com/pI7Je722ZG
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किसानों को मजबूती देगी योजना
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि ‘जय किसान फसल ऋण माफी योजना” किसानों को आर्थिक रूप से मजबूती देने वाली योजना है। यह योजना कर्ज से जूझ रहे किसानों के लिये उपहार नहीं बल्कि कृषि क्षेत्र में बड़ा निवेश है । उन्होंने कहा कि कृषि आधारित अर्थ-व्यवस्था में जब तक किसान मजबूत नहीं होगा, तब तक प्रदेश आगे नहीं बढ़ सकता। मुख्यमंत्री ने जय किसान फसल ऋण माफी योजना के क्रियान्वयन से जुड़े सभी अधिकारियों को भी धन्यवाद दिया ।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि जय किसान ऋण मुक्ति योजना मेरे लिए मील का पत्थर है।हमें देश में सबसे आगे बढ़ना है। प्रदेश के विकास के लिए हमें नई नीति बनानी है। pic.twitter.com/wcGFLr7mDU
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जल्द शुरू होगा निवेश आने का सिलसिला
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत दो दशकों में किसानों के बच्चे भी पढ़ लिख कर आगे आये हैं। इंजीनियर बने हैं। उनके लिए रोजगार की व्यवस्था करना होगा। युवाओं के लिये रोजगार निर्माण पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि निवेश आने से रोजगार का निर्माण होता है और विश्वास से ही निवेश आता है । निवेश आए बिना रोजगार के अवसर पैदा करना संभव नहीं है । उन्होंने कहा कि जल्दी ही प्रदेश में निवेश आने का सिलसिला शुरू होगा।
किसानों की मेहनत को समर्पित योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि कि बाजारों में रौनक तभी होगी, जब किसानों की क्रय शक्ति मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि यह योजना किसानों की मेहनत को समर्पित है। उन्होंने कहा कि किसान कर्ज में जन्म लेता है, कर्ज में जीता है और कर्ज में उसका अंत होता है। यह स्थिति ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों को मजबूत करेगी।
किसान समाचार पत्रों में प्रकाशित आवेदन पत्र को काटकर ‘जय किसान ऋण मुक्ति योजना’ के लिए आवेदन कर सकते हैं।@JansamparkMP pic.twitter.com/5gM5VEjSul
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बजट की चिंता न करें विरोधी दल
श्री कमल नाथ ने भाजपा द्वारा सरकार की स्थिरता और योजना के लिये बजट उपलब्धता पर व्यक्त की जा रही शंकाओं का स्पष्ट जवाब देते हुए कहा कि भाजपा को बजट की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जो लोग वक्तव्य दे रहे हैं, वे खुद नहीं जानते कि बजट क्या होता है।
प्रदेश की अपनी निवेश नीति होगी
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश को निवेश के क्षेत्र में प्रतियोगी राज्य बनाना है । उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की तरह मध्यप्रदेश को भौगोलिक लाभ नहीं मिला है। इसलिए प्रदेश की अपनी नीति बनाना होगा।
जनसंपर्क मंत्री श्री पी. सी. शर्मा ने कहा कि सरकार का शुरूआती एक घंटे में ही किसानों की कर्ज माफी का फैसला ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि लाखों किसान मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त कर रहे हैं। कार्यक्रम में विधायक श्री आरिफ मसूद और किसान संघों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।