इंदौर : संदीप अग्रवाल उर्फ संदीप तेल हत्याकांड में पुलिस को फरार रोहित सेठी के भोपाल में किसी नेता के यहां छिपे होने का सुराग मिला है। पुलिस गुरुवार देर रात तक सीएम कमलनाथ के माध्यम से नेता पर दबाव बनाकर उसकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी रही। सूत्रों की मानें तो सेठी को जिस नेता ने संरक्षण दिया है, वह पहले भी कुछ बड़े अपराधियों को शरण दे चुका है।
इससे पहले सेठी को क्राइम ब्रांच की टीम ने कानपुर में ट्रैक किया था। उसकी घेराबंदी भी की, लेकिन संरक्षणदाताओं की मदद से भाग निकला। वहां से भागकर ही भोपाल पहुंचा है। इससे पहले उसे मुन्नार द्वीप के पास ट्रैक किया गया था। पुलिस के वहां पहुंचने के चंद मिनट पहले वह भाग गया था।
फरार सेठी पर पुलिस 20 हजार का इनाम घोषित कर चुकी है। उसे संरक्षण देने वाले उज्जैन के सटोरिए ईश्वर उर्फ कल्लू भाया को भी आरोपी बनाया जा सकता है। वहीं, फरारी में आर्थिक मदद करने वालों को भी पुलिस चिन्हित कर रही हैं। ऐसा भी पता चला है कि सेठी अपने एसआर डिजिटल के खाते से ई-ट्रांजेक्शन के जरिए आर्थिक मदद ले रहा था। पुलिस उसके 28 से ज्यादा खातों को सील कर चुकी हैं। एसआर डिजिटल के एक खाते की जानकारी पुलिस को और लगी है। इसमें सेठी की फरारी के दौरान काफी कुछ ट्रांजेक्शन होना पाया है। पुलिस ट्रांजेक्शन के जरिए सेठी तक पहुंचने की कोशिश में है।
यह भी सामने आया है कि संदीप और दीपक माद्दा के बीच 40 करोड़ का लेन-देन बकाया था। इसमें से माद्दा ने कुछ राशि लौटा दी और बाकी रकम के बदले में अवैध हिना पैलेस कॉलोनी का करीब डेढ़ लाख वर्गफीट प्लॉट संदीप को दे दिया था, लेकिन अवैध कॉलोनी के कारण यह जमीन नहीं बिकी तो फिर दोनों के बीच बकाया राशि को लेकर विवाद हो गया था। इस दौरान माद्दा के बायपास पर एक बार सुधाकर मराठा से मिलने की बात सामने आ रही है। माद्दा और हैप्पी धवन को पुलिस ने पूछताछ में लिया था, लेकिन बताया जा रहा है कि कुछ कांग्रेस नेताओं के फोन आने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।