टोरंटो: गर्म कमरे में सोना कितना खतरनाक साबित हो सकता है ये शायद ही किसी ने सोचा हो। कनाडा की रहने वाली जेनिफर आबमा ने करीब डेढ़ साल पहले बेटी की फोटो से साथ अपना ऐसा ही एक एक्सपीरिएंस शेयर किया था और पेरेंट्स को वॉर्निंग भी दी थी। उनकी बेटी को धूप में गए बिना ही भयानक हीटस्ट्रोक आया। वो कमरे में सोते-सोते ही ऐसी बेसुध हुई कि उठना मुश्किल हो गया। जब वो उठाने पर भी नहीं हिली, तब मामला डॉक्टर्स का पास पहुंचा। फिर जांच में सामने आया कि कमरा बेहद गर्म होने की वजह से ये सब हुआ।
जेनिफर ने पोस्ट में बताया था कि मेरी बेटी अनसतसिया खुद कमरे में जाकर सो गई। काफी देर बाद जब मैं उसे उठाने के लिए गई तो वो मुझे पसीने में भीगी और बिल्कुल उबलती हुई हालात मिली। उसका चेहरा बिल्कुल लाल पड़ चुका था। कमरे में मुझे भी बहुत गर्मी लग रही थी। मैंने उसे उठाने की बहुत कोशिश की लेकिन वो नहीं उठी। जब करीब 20 मिनट बीत गया तो मैंने एंबुलेंस को कॉल किया।
भयानक हीट स्ट्रोक का हुई शिकार
मेडिकल टीम एंबुलेंस के साथ घर पहुंचीं और बेटी को उठाने की कोशिश में लग गई। पैरामेडिक्स ने जब अनसतसिया का शुगर लेवल चेक किया तो वो बहुत ही कम निकला। इसके बाद पैरामेडिक्स ने उसे सूक्रोस दिया जो ग्लूकोज से बना होता है और कुछ ही मिनटों में अनसतसिया जोर से रोते हुए नींद से जागी। वो बहुत घबराई हुई थी। इसके बाद डॉक्टर्स ने बताया कि उसे हीट स्ट्रोक हुआ है और वो भी घर से बिना बाहर निकले।
बाकी पेरेंट्स के लिए भी सीख
जेनिफर ने अपनी पोस्ट में लिखा, नहीं ये मेरी गलती नहीं है कि अनसतसिया के साथ ये सब हुआ, लेकिन इसके लिए खुद को जिम्मेदार न ठहराना भी मुश्किल है। असल में ये एक सीख है मेरे लिए और बाकी पेरेंट्स के लिए भी। ताकि हम बच्चों को सुलाने से पहले उनके कमरे चेक करें क्योंकि ये गर्म कार से भी ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं।