अमृतसर: दशहरा के मौके पर पंजाब के अमृतसर पर एक बड़ा हादसा हुआ जिसमें लगभग 50-60 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है। यह हादसा अमृतसर में जोड़ा फाटक के नजदीक हुआ जहां रेलवे ट्रैक के किनारे रावण दहन का कार्यक्रम चल रहा था। इस दौरान वहां हजारों लोग एकत्र हुए थे तभी पटाखों की आवाज आई तो लोग भागने लगे और उन्हें ट्रेन की आवाज नहीं सुनाई दी।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि ट्रैक के हर तरफ लाशें ही लाशें बिखरी हुई थीं। ये देखकर 1947 में हुए बंटवारे का मंजर याद आ गया।
इस दौरान आ रही ट्रेन की चपेट में सैकड़ों लोग आ गए। मरने वालों में ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग हैं. मौके पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे जो पटरियों के निकट एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे.
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिका में अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं, वे फौरन भारत लौट रहे हैं| दिल्ली से रेलवे के शीर्ष अधिकारी अमृतसर रवाना हो गए हैं | जिसमें रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष, प्रधान मुख्य चिकित्सा निदेशक, प्रिसिंपल चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, चीफ सेफ्टी ऑफिसर और चीफ कॉमर्शियल मैनेजर शामिल हैं। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है। अमृतसर में हुए हादसे को लेकर रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं। 0183-2440024; 0183-2402927; 7986897301; 7973657316; 01832223171,01832564485 पर कॉल करके ली जा सकती है|
रावण दहन कार्यक्रम में मौजूद थीं सिद्धू की पत्नी, हादसे के वक्त भी देती रहीं भाषण और फिर चल दीं|
पंजाब सरकार ने लोगों से रक्तदान की अपील की है| जनसंपर्क विभाग ने कहा कि लोग रक्तदान के लिए सिविल अस्पताल और गुरु नानक अस्पताल में आएं|