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नीरव मोदी लंदन में गिरफ्तार, PNB घोटाले में 13 महीने से थी भारत को तलाश

लंदन : भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया है. उसे वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेश किया जाएगा. इसी कोर्ट ने उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था. बता दें, नीरव मोदी बैंकों का करीब 13 हजार करोड़ रुपये लेकर फरार हो गया था. बीते दिनों उसे लंदन में देखा गया था. इसके बाद भारतीय जांच एजेंसियों उसे भारत वापस लाने की कवायद में जुट गई है. जनवरी, 2018 में नीरव मोदी भारत से फरार हुआ था.

भारत के रेड कॉर्नर नोटिस के बाद लंदन में गिरफ्तार

स्कॉटलैंड पुलिस द्वारा जारी बयान के मुताबिक भारतीय एजेंसियों की शिकायत के आधार पर 48 साल के नीरव मोदी को स्‍थानीय समयानुसार  मंगलवार (19 मार्च) को गिरफ्तार किया गया. नीरव मोदी की बुधवार को ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेशी हुई. अब नीरव मोदी मामले की अगली सुनवाई 25 मार्च को होगी.

नीरव मोदी की गिरफ्तारी पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बीजेपी ने उन्हें (नीरव मोदी) देश से भगाने में मदद की थी, अब वे उन्हें वापस ला रहे हैं. चुनाव के कारण यह फैसला लिया गया, चुनाव बाद वापस भेज दिया जाएगा.

अब भारत सरकार करेगा प्रत्यर्पण का प्रयासनीरव मोदी की गिरफ्तारी के बाद भारत सरकार ब्रिटेन से प्रत्यर्पण का प्रयास करेगी. सूत्रों के मुताबिक अब भारत से सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम लंदन के लिए रवाना होगी. इस बीच नीरव मोदी मामले को लेकर CBI और ED की टीम लगातार UK अथॉरिटी और लंदन में मौजूद भारतीय हाई कमीशन के संपर्क में है.

नीरव मोदी की कई संपत्तियां हो चुकी है जब्तनीरव मोदी के फरार होते ही जांच एजेंसियों ने उसकी भारत और विदेशों में मौजूद 1,725.36 करोड़ रुपये की संपत्तियां को जब्त किया. इसके अलावा नीरव मोदी समूह से संबंधित 489.75 करोड़ रुपये के सोने, हीरे, बुलियन, आभूषण और अन्य कीमती सामान भी जब्त किए गए. कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के अलीबाग में नीरव मोदी के बंगले को डॉयनामाइट से ध्वस्त कर दिया गया था. इस बंगले की कीमत करीब 100 करोड़ रुपये है.

नीरव मोदी पर है यह आरोपनीरव मोदी पर पीएनबी बैंक से 13,700 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप है. बताया जाता है कि नीरव को फायदा पहुंचाने के लिए पीएनबी के अधिकारियों ने गलत तरीकों का इस्‍तेमाल किया. इसके चलते उसकी कंपनी को विदेशी बैंकों से पैसे हासिल हुए. इस घोटाले के खुलासे के बाद जनवरी, 2018 में नीरव मोदी भारत से फरार हुआ था. ईडी ने 15 फरवरी, 2018 को पीएमएलए के प्रावधानों के तहत नीरव मोदी और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था. तभी से ईडी, सीबीआई समेत कई जांच एजेंसियों को उसकी तलाश थी.

 

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