शनिवार को एक अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की रात अमृतसर में दशहरा समारोह के दौरान ट्रेन की चपेट में आए ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासी कामगार थे| आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक इस हादसे में अब तक 59 लोगों की मौत हो चुकी है जिसमें से अधिकारी 39 शवों की पहचान कर चुके हैं| 20 शवों की अभी पहचान की जानी बाकी है|
जिला प्रशासन में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश और बिहार के ज्यादातर प्रवासी कामगार दुर्घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर एक औद्योगिक क्षेत्र में काम करते थे और निकटवर्ती क्षेत्र में रहते थे| उन्होंने कहा कि शुक्रवार की शाम को दशहरा समारोह में इन दो राज्यों से संबंध रखने वाले लोग अच्छी खासी संख्या में जुटे थे| अधिकारी ने कहा, प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार हादसे में मारे गए ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासी कामगार थे और वे अपनी आजीविका कमाने के लिए औद्योगिक क्षेत्र में काम कर रहे थे|