नई दिल्ली : राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में बेमौसम बारिश, आंधी और बिजली गिरने की घटना में करीब 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. यह जानकारी बुधवार को अधिकारियों ने दी. बारिश और आंधी के कारण गुजरात और राजस्थान में संपत्ति और फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है. बारिश और आंधी के कारण राजस्थान सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ, जहां ते बारिश और आंधी के कहर से अब तक कुल 25 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि मध्य प्रदेश में 15 लोगों के मरने की खबर है. इसके अलावा वर्षा जनित घटनाओं से गुजरात में 10 और महाराष्ट्र में तीन लोगों की मौत हो गई. गुजरात में बारिश, आंधी-तूफान में लोगों की मौत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह ट्विटर पर दुख जताया और राहत की घोषणा की. इसके तुरंत बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें सिर्फ अपने गृह राज्य गुजरात की चिंता है.
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से बाद में किए गए ट्वीट में कहा गया कि नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, मणिपुर और देश के विभिन्न हिस्सों में बेमौसम बरसात और आंधी-तूफान के चलते लोगों की मौत पर दुख जताया है.
PM @narendramodi has expressed grief at the loss of lives due to unseasonal rains and storms in MP, Rajasthan, Manipur & various parts of the country. The government is doing its best to provide all possible assistance to those affected. The situation is being monitored closely.
— PMO India (@PMOIndia) April 17, 2019
पीएमओ ने अगले ट्वीट में कहा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, मणिपुर और देश के विभिन्न हिस्सों में बेमौसम बरसात और आंधी के कारण अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों के लिए 50 हजार रुपये देने को मंजूरी दी गई है.
An ex- gratia of Rs 2 lakh each for the next of kin of those who lost their lives due to unseasonal rain & storms in MP, Rajasthan, Manipur & various parts of the country has been approved from the PM’s National Relief Fund. Rs 50,000 each for the injured has also been approved.
— PMO India (@PMOIndia) April 17, 2019
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार बारिश से प्रभावित इलाकों में स्थिति पर करीब से नजर रख रही है और बारिश व आंधी से प्रभावित राज्यों को हर संभव मदद उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है. जयपुर में राजस्थान के राहत सचिव ए टी पेडनेकर ने बताया कि बेमौसम हुई बारिश में 21 लोगों की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि झालावाड़, उदयपुर और जयपुर में चार-चार लोगों की मौत हुई और जालौर व बूंदी में दो-दो लोगों तथा बारण, राजसमंद, भीलवाड़ा, अलवर, हनुमानगढ़ में एक -एक व्यक्ति की जान चली गई. पीड़ितों के परिजन के लिए 4-4 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की गई है.
भोपाल में अधिकारियों ने बताया कि मध्य प्रदेश में आंधी-तूफान के साथ बारिश होने और तड़ित गिरने की घटना में 15 लोगों की मौत हो गई और कुछ लोग इसकी चपेट में आने से घायल हो गए. बारिश के चलते इंदौर, धार और शाजापुर में 3-3 लोगों की मौत हो गई, रतलाम में 2 लोग और अलीराजपुर, राजगढ़, सिहोर और छिंदवाड़ा जिलों में 1-1 लोगों की मौत हो गई.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने लोगों की मौत पर दुख जताते हुए मोदी पर आरोप लगाया कि उन्हें सिर्फ अपने गृह राज्य गुजरात की चिंता है. कमलनाथ ने ट्वीट किया कि मोदी जी, आप देश के प्रधानमंत्री हैं ना कि गुजरात के. मध्य प्रदेश में भी बेमौसम बारिश, तूफान और तड़ित गिरने से 10 से अधिक लोगों की मौत हुई है, लेकिन आपकी संवेदनाएं सिर्फ गुजरात तक ही क्यों सीमित है? भले यहां आपकी पार्टी की सरकार नहीं है लेकिन लोग यहां भी बसते हैं.
भाजपा ने इस पर पलटवार करते हुए कमलनाथ पर बारिश एवं आंधी से लोगों की मौत को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया. भाजपा प्रवक्ता अनिल बलूनी ने दिल्ली में कहा कि कमलनाथ प्रक्रिया से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि राज्य सरकार को राहत पाने के लिए पहले ऐसी प्राकृतिक आपदा में हुई क्षति के बारे में केंद्र को सूचित करना होता है, लेकिन ऐसा करने के बजाय वह ट्वीट कर रहे हैं और इसका राजनीतिकरण कर रहे हैं. बलूनी ने आरोप लगाया कि केंद्र को सूचित करने के बजाय उन्होंने इस त्रासदी पर राजनीति करना चुना.
अहमदाबाद में गुजरात सरकार के राहत अभियान के निदेशक जी बी मंगलपारा ने को बताया कि उत्तर गुजरात के जिलों के कई इलाकों और सौराष्ट्र क्षेत्र में बारिश एवं आंधी-तूफान में 10 लोगों की मौत हो गई है. (पीटीआई इनपुट से बातचीत पर आधारित)
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य में बारिश-तूफान में जान गंवाने वालों के परिजन को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की. रूपाणी ने दाहोद में संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा कर चुके हैं. राज्य सरकार भी मृतकों के परिवारों को दो लाख रुपये की मदद देगी. उन्होंने कहा कि उत्तर गुजरात में अधिकतर लोगों की मौत आकाशीय बिजली की चपेट में आने और पेड़ों के गिरने के कारण हुई.
महाराष्ट्र के नासिक जिले में बारिश के दौरान वज्रपात से 71 वर्षीय महिला, 32 वर्षीय पुरुष और मंदिर के एक पुजारी की मौत हो गई. बता दें कि बारिश आंधी-तूफान में कई पशु भी मारे गए.