केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि रोहिंग्या शरणार्थियों को लेकर राज्य सरकारें रिपोर्ट तैयार कर रही हैं। रोहिंग्या को वापस भेजने के लिए इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार म्यांमार से कूटनीतिक माध्यमों से बात करेगी। रोहिंग्या संकट से निपटने के लिए पहले ही राज्यों को उनकी पहचान और बायोमैट्रिक डाटा जुटाने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
भारत में 40 हजार से ज्यादा रोहिंग्या शरणार्थी हैं, जो देश के अलग-अलग शहरों में रह रहे हैं। पिछले दिनों रेलवे पुलिस ने अलर्ट जारी किया था कि ट्रेन में सवार होकर बड़ी संख्या में रोहिंग्या केरल पहुंच रहे हैं।
गृह मंत्री सोमवार को कोलकाता में ईस्टर्न जोनल काउंसिल की बैठक में शामिल हुए। इसमें राज्यों के साथ सुरक्षा और नक्सल समस्या पर चर्चा की गई। राजनाथ ने कहा कि नक्सली और आतंकी संगठनों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अलावा बिहार, झारखंड और ओडिशा सरकार के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे।